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भारतीय महिला हॉकी टीम के स्टार कोच सोर्ड मारिन का पूर्ण वेतन एनओसी नहीं मिलने के कारण रोका
Ritisha Jaiswal
4 Nov 2021 12:31 AM GMT
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टोक्यो ओलंपिक में सेमीफाइनल तक का ऐतिहासिक सफर तय करने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम के स्टार कोच सोर्ड मारिन का पूर्ण वेतन एनओसी नहीं मिलने के कारण रोक दिया गया है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | टोक्यो ओलंपिक में सेमीफाइनल तक का ऐतिहासिक सफर तय करने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम के स्टार कोच सोर्ड मारिन का पूर्ण वेतन एनओसी नहीं मिलने के कारण रोक दिया गया है। पूर्व कोच मारिन का पूर्ण वेतन हॉकी इंडिया की सिफारिश के बाद इसलिए रोक दिया गया क्योंकि उन्होंने अभी तक आधिकारिक लैपटाप नहीं लौटाया। इसी वजह से उन्हें 'अनापत्ति पत्र' (एनओसी) भी नहीं दिया गया। हालांकि नीदरलैंड निवासी मारिन के अनुसार यह लैपटाप जल्दी ही भारत पहुंचने वाला है।
भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के सूत्रों के अनुसार मारिन का छह दिन का वेतन (जो 1800 डॉलर) फिलहाल के रोका गया है। साई के सूत्रों ने कहा कि हॉकी इंडिया ने लैपटाप के संबंध में रिपोर्ट किया क्योंकि इसमें महिला हॉकी टीम के सदस्यों का सारा 'डाटा' मौजूद था। डेन बॉश में बसे मारिन ने कहा कि वह इसे ठीक करवाने के लिए ले गए थे क्योंकि यह अगस्त में टूट गया था और अब इसे वापस भेज दिया है।
आधिकारिक लैपटाप मिलने के बाद होगा बकाया वेतन का भुगतान
मारिन का कार्यकाल भारतीय महिला टीम के टोक्यो ओलंपिक खेलों में चौथे स्थान पर रहने के बाद समाप्त हो गया था। साई के सूत्र ने पीटीआई से कहा, '31 जुलाई 2021 तक उनके सारे भत्तों को भुगतान कर दिया गया है और उनकी एक से छह अगस्त के बीच हमारे साथ काम करने की 1800 डॉलर की राशि लंबित है जिसका हम अनुबंध के अनुसार आधिकारिक लैपटाप मिलने के बाद भुगतान कर देंगे।'
उन्होंने कहा, 'साई ने हॉकी इंडिया से आधिकारिक सूचना मिलने के बाद ही उनका वेतन रोका जिन्होंने हमें उन्हें एनओसी नहीं देने की सलाह दी क्योंकि उन्होंने अभी तक आधिकारिक लैपटाप जमा नहीं किया था।'
साई सूत्र ने हालांकि कहा कि जैसे ही उन्हें आधिकारिक लैपटाप मिल जाएगा, वे उनका भुगतान कर देंगे। वहीं जब मारिन से नीदरलैंड के डेन बॉश में पीटीआई ने संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अगले हफ्ते तक उनका पूर्व नियोक्ता पूर्ण भुगतान कर देगा।
उन्होंने कहा, 'अगर आप मेरे भुगतान के बारे में पूछोगे तो कुछ राशि अब भी साई के साथ लंबित है। लेकिन मैं लगातार साई अधिकारियों के साथ संपर्क में हूं और उन्होंने मुझे आश्वस्त किया है कि जैसे ही उन्हें लैपटाप मिल जाएगा वे भुगतान पूरा कर देंगे।'
Ritisha Jaiswal
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