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ग्रैंडमास्टर आर प्रागनंदा ने मियामी में चल रहे एफटीएक्स क्रिप्टो कप में 5 बार के वर्ल्ड चेस चैम्पियन मैग्नस कार्लसन को हराया

Ritisha Jaiswal
22 Aug 2022 12:01 PM GMT
ग्रैंडमास्टर आर प्रागनंदा ने मियामी में चल रहे एफटीएक्स क्रिप्टो कप में 5 बार के वर्ल्ड चेस चैम्पियन मैग्नस कार्लसन को हराया
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17 साल के भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रागनंदा (Rameshbabu Praggnanandhaa) ने मियामी में चल रहे एफटीएक्स क्रिप्टो कप में पांच बार के वर्ल्ड चेस चैम्पियन मैग्नस कार्लसन को हरा दिया है.

17 साल के भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रागनंदा (Rameshbabu Praggnanandhaa) ने मियामी में चल रहे एफटीएक्स क्रिप्टो कप में पांच बार के वर्ल्ड चेस चैम्पियन मैग्नस कार्लसन को हरा दिया है. प्रागनंदा ने 6 महीने में तीसरी बार वर्ल्ड चैम्पियन कार्लसन को शिकस्त दी है. रेगुलेशन गेम के अंत में स्कोर 2-2 से बराबर रहा. इसके बाद प्रागनंदा ने ब्लिट्ज टाईब्रेक में कार्लसन को हरा दिया. हालांकि, इस जीत के बावजूद ज्यादा अंक होने के कारण एफटीएक्स क्रिप्टो कप का खिताब कार्लसन ने जीता. प्रागनंदा दूसरे स्थान पर रहे.

प्रागनंदा ने कार्लसन से लगातार तीन बाजियां जीती, जिनमें टाईब्रेक की दो बाजियां भी शामिल हैं. कार्लसन और प्रागनंदा के बीच पहली दो बाजियां ड्रॉ रही. नार्वे के खिलाड़ी ने तीसरी बाजी जीती लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने हार नहीं मानी और चौथी बाजी जीतकर मुकाबले को टाईब्रेकर तक खींच दिया. इसके बाद भारतीय खिलाड़ी ने टाईब्रेकर में दोनों बाजियां जीतकर कार्लसन को हैरानी में डाल दिया.
कार्लसन पर जीत के बावजूद भारत का यह 17 वर्षीय खिलाड़ी दूसरे स्थान पर रहा. नॉर्वे के कार्लसन ने सबसे अधिक अंक हासिल करके खिताब अपने नाम किया. उन्होंने कुल 16 अंक हासिल किए जबकि प्रज्ञानानंद ने 15 अंकों के साथ अपने अभियान का अंत किया.
हारना कभी अच्छा नहीं होता: कार्लसन
कार्लसन ने मैच के बाद कहा, 'मैंने पूरे दिन खराब खेल दिखाया, लेकिन आखिर में मैंने वह परिणाम हासिल किया, जिसका मैं हकदार था. हारना कभी अच्छा नहीं होता, लेकिन यह उतना ही अच्छा समय है.' अलीरेजा फिरोजा के भी 15 अंक रहे, लेकिन उन्हें तीसरा स्थान मिला. क्योंकि टूर्नामेंट में प्रागनंदा ने उनको हराया था.
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मैं दूसरे स्थान से खुश हूं: प्रागनंदा
प्रागनंदा इस साल बेहतरीन फॉर्म में हैं और उन्होंने हाल में चेन्नई में समाप्त हुए शतरंज ओलंपियाड में भारत बी टीम को कांस्य पदक दिलाने में भी अहम भूमिका निभाई थी. प्रागनंदा ने कार्लसन को हराने के बाद कहा 'मैं पिछले कुछ दिनों में और बेहतर प्रदर्शन कर सकता था लेकिन कुल मिलाकर दूसरा स्थान अच्छा है.'
प्रागनंदा ने लगातार 4 मुकाबले जीते थे
प्रागनंदा ने FTX क्रिप्टो कप की शानदार शुरुआत की थी. उन्होंने लगातार चार मुकाबले जीते थे. इसमें वर्ल्ड नंबर-6 लेवोन एरोनियन के खिलाफ मिली 3-1 से मिली जीत भी शामिल है. उन्होंने अपने अभियान की शुरुआत अलीरेजा फिरोजा पर जीत के साथ की थी. इसके बाद भारतीय ग्रैंडमास्टर ने अनीश गिरी और हैंस नीमन को शिकस्त दी. प्रागनंदा के विजयी अभियान पर चीन के क्वांग लीम ने पांचवें दौर में ब्रेक लगाया. इसके बाद उन्हें छठे दौर में भी पोलैंड के जैन डूडा के खिलाफ टाई-ब्रेकर में हार झेलनी पड़ी थी.
प्रागनंदा 3 बार कार्लसन को हरा चुके
इस साल फरवरी में प्रागनंदा ने एक ऑनलाइन चेस चैम्पियनशिप में दुनिया के नंबर-1 चेस खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन को हराकर सबको चौंका दिया था. 16 साल के प्रागनंदा, जो 2016 में 10 साल की उम्र में इतिहास में सबसे कम उम्र के इंटरनेशनल मास्टर बने थे, ने एयरथिंग्स मास्टर्स रैपिड शतरंज टूर्नामेंट में कार्लसन को हराया था. इस साल मई में भी, रमेशबाबू प्रागनंदा ने शतरंज मास्टर्स ऑनलाइन रैपिड शतरंज र्नामेंट में मैग्नस कार्लसन को हराया था.


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