भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने टीम इंडिया के खिलाड़ियों के लिए नए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान कर दिया है. BCCI ने अपने इस नए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में फ्लॉप प्रदर्शन करने वाले कई खिलाड़ियों की जेब काटी है. BCCI ने कुछ क्रिकेटर्स का दिल तोड़ते हुए उन्हें ग्रेड A से ग्रेड B में डिमोट कर दिया है. BCCI ने अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा को ग्रेड A से ग्रेड B में डाल दिया है. शिखर धवन और हार्दिक पांड्या को तो BCCI ने और भी तगड़ा झटका देते हुए ग्रेड A से सीधे ग्रेड C में डाल दिया है.
BCCI ने काटी इन फ्लॉप प्लेयर्स की जेब
अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा पर कह सकते हैं कि BCCI ने फिर भी कुछ नरमी दिखाई है, नहीं तो लगातार दो साल से फ्लॉप प्रदर्शन करने के कारण उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से भी बाहर किया जा सकता था. BCCI ने सिर्फ डिमोशन करके रहाणे और पुजारा को सस्ते में छोड़ दिया है. शिखर धवन और हार्दिक पांड्या को तो BCCI ने और भी तगड़ा झटका देते हुए ग्रेड A से सीधे ग्रेड C में डाल दिया है.
कुलदीप यादव ग्रेड सी से भी बाहर
BCCI ने चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव और तेज गेंदबाज नवदीप सैनी को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के सबसे निचले ग्रेड सी से बाहर कर दिया गया है. हालांकि सबसे उच्च स्तर के ग्रेड ए प्लस में कोई बदलाव नहीं किया गया है. माना जा रहा था कि रवींद्र जडेजा और ऋषभ पंत को उनके हाल ही में किए गए बेहतरीन प्रदर्शन के लिए A+ ग्रेड कैटेगरी में डाला जाएगा, जिससे हर साल उन्हें 7 करोड़ रुपये मिलेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
पुजारा-रहाणे की भी कटी जेब
BCCI के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में खिलाड़ियों के लिए चार ग्रेड हैं. 'A+' में खिलाड़ियों को सालाना 7 करोड़ रुपये जबकि A, B और C ग्रेड में क्रमश: 5 करोड़, 3 करोड़ और 1 करोड़ रुपये दिए जाते हैं. पिछली बार 28 क्रिकेटरों को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट दिए गए थे, लेकिन इस साल 27 क्रिकेटरों को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट दिए गए हैं, जिसमें रोहित शर्मा, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह 'ए प्लस' में बरकरार हैं. इसके अनुसार पुजारा, रहाणे और इशांत शर्मा को खराब फॉर्म के चलते अब ग्रेड बी में कर दिया गया है जो पहले ग्रेड ए में थे. इन खिलाड़ियों को टेस्ट टीम से भी बाहर कर दिया गया.
ऋद्धिमान साहा पर हुआ बड़ा एक्शन
ग्रेड ए में पहले 10 खिलाड़ी थे, जिसे अब पांच कर दिया गया है. ग्रेड ए में रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा, ऋषभ पंत, लोकेश राहुल और मोहम्मद शमी ने अपने स्थान कायम रखे हैं. विवादास्पद विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा को भी टेस्ट टीम से बाहर कर दिया है, उन्हें ग्रेड बी से सी में खिसकाया गया है. साहा ने चयन मामलों पर सार्वजनिक टिप्पणी करने के साथ बीसीसीआई अध्यक्ष और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ पर बयान देकर सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की धारा का उल्लघंन किया.
साहा को फिर भी ग्रुप सी में रखा गया है जबकि टीम प्रबंधन द्वारा स्पष्ट कर दिया गया है कि उनके फिर से भारत की ओर से खेलने की संभावना नहीं है. इसके बावजूद उन्हें एक करोड़ रूपये मिलेंगे. मयंक अग्रवाल प्रदर्शन में अनिरंतर रहे हैं, उन्हें ग्रेड बी से सी में कर दिया गया है. मोहम्मद सिराज को अपने प्रदर्शन का फायदा मिला है, जिससे अब वह ग्रुप बी में हैं जबकि सूर्यकुमार यादव अब जरूरी मैचों की संख्या खेलने के बाद ग्रुप सी में हैं.