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जनता से रिश्ता वेबडेस्क |हनुमान जी (Hanuman Ji) अपने भक्तों पर आने वाले तमाम तरह के कष्टों और परेशानियों को दूर करते हैं. ऐसी मान्यता है कि भगवान हनुमान बहुत जल्द प्रसन्न होने वाले देवता हैं. उनकी पूजा पाठ में ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं होती. मंगलवार (Tuesday) को उनकी पूजा के बाद अमृतवाणी और श्री हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) का पाठ करने से बजरंगबली खुश होते हैं और भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं. मंगलवार का दिन हनुमान जी की पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. पवन पुत्र को प्रसन्न करने के लिए कोई हनुमान चालीसा का पाठ करता है तो कोई सुंदर कांड का पाठ. वहीं कोई मंत्रों का जाप करता है. श्रीराम के अनन्य भक्त, अनंत ताकतवर, समुद्र को एक छलांग मे लांघ जाने वाले, सोने की लंका को अपनी पूंछ की आग से जला देने वाले बजरंगबली, अपने स्वामी भगवान राम को अत्यंत प्रिय थे. कहते हैं हनुमान जी ने आजीवन विवाह नहीं किया था लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनका एक पुत्र था. आखिर यह कैसे संभव है और क्या है इसकी कथा, आइए जानते है.