धर्म-अध्यात्म

चैत्र माह में मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए बस ये करे उपाय

Teja
19 March 2022 12:03 PM GMT
चैत्र माह में मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए बस ये करे उपाय
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चैत्र, हिंदी नववर्ष का पहला महीना होता है. इस महीने से ही भारतीय नववर्ष की शुरुआत होती है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | चैत्र, हिंदी नववर्ष का पहला महीना होता है. इस महीने से ही भारतीय नववर्ष की शुरुआत होती है. चैत्र मास की शुरुआत 18 मार्च, 2022 से हो चुकी है. चैत्र के महीने में अनेक पर्व-त्योहार पड़ते हैं. चैत्र पूर्णिमा के दिन पड़ने वाले चित्रा नक्षत्र के कारण इसका नाम चैत्र पड़ा है. मान्यता है कि ब्रह्माजी ने सृष्टि की रचना चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से ही शुरू की थी. इसके अलावा सतयुग की शुरुआत भी चैत्र मास से ही मानी जाती है. ऐसे में जानते हैं कि इस महीने क्या करने से लाभ होता है.

चैत्र मास में कौन सा काम करना है लाभकरी?
-धार्मिक मान्यता के मुताबिक चैत्र के महीने में सूर्य देव की उपासना लाभकारी है. इस महीने में सूर्य देव की पूजा से जीवन के कष्ट दूर हो जाते हैं. ऐसे में चैत्र माह की अवधि में सूर्य देव की उपासना करनी चाहिए.
-चैत्र माह में भगवान विष्णु की भी उपासना की जाती है. इस महीने में भगवान विष्णु के मछली स्वरूप की पूजा करनी चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है. साथ ही आर्थिक स्थिति मजबूत होती है.
-चैत्र माह में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की उपासना की जाती है. शास्त्रों में चैत्र नवरात्रि को कामना पूर्ति के लिए खास माना गया है. इस साल चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल से शुरू हो रही है.
ना करें इन चीजों का सेवन
चैत्र नवरात्रि व्रत के दौरान व्रती नमक वाली चीजों के सेवन नहीं करते हैं. ऐसे में वे अधिक मात्रा में मीठी चीजों का सेवन करते हैं. दरअसल इस महीने में अधिक मात्रा में मीठी चीजों के सेवन करने से स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है. ऐसे में मीठी चीजों के सेवन से परहेज करना चाहिए. इसके अलावा चैत्र में अधिक मिर्च, मशाले और बासी भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए. इससे सेहत प्रभावित हो सकता है.
इन चीजों का करें सेवन
चैत्र मास में नीम की पत्तियों का सेवन सेहत के लिहाज से अच्छा माना गया है. इसके सेवन से कई तरह की बीमारियां दूर हो जाती हैं. साथ ही इस महीने में चने का सेवन भी अच्छा माना गया है. इससे सेहत अनुकूल रहता है. इसके अलावा इस महीने में पानी अधिक पीना चाहिए और मीठे और पके हुए फल का सेवन करना चाहिए.


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