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राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश की जनता को राशन डिपुओं में सरसों का तेल 17 से 26 रुपये तक देगी सस्ता

Ritisha Jaiswal
18 July 2022 11:55 AM GMT
राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश की जनता को राशन डिपुओं में सरसों का तेल 17 से 26 रुपये तक देगी सस्ता
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चुनावी साल में राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश की जनता को राशन डिपुओं में सरसों का तेल 17 से 26 रुपये तक सस्ता देगी।

चुनावी साल में राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश की जनता को राशन डिपुओं में सरसों का तेल 17 से 26 रुपये तक सस्ता देगी। इससे सूबे के 19 लाख राशनकार्ड धारकों को महंगाई से राहत मिलेगी। सरकार ने हरियाणा की सरकारी एजेंसी हैफेड से तेल लेने के लिए शॉट टेंडर किया है।

हैफेड प्रदेश सरकार को 143 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से सरसों का तेल देगी। इसके बाद सरकार सब्सिडी के साथ गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) वाले परिवारों को 134 रुपये, गरीबी रेखा से ऊपर (एपीएल) को 139 और करदाताओं को 149 रुपये प्रति लीटर तेल उपलब्ध कराएगी। इससे पहले बीपीएल को 151, एपीएल को 156 और करदाताओं को 175 रुपये प्रति लीटर तेल मिल रहा था
प्रदेश सरकार ने हाल ही में सरसों के तेल के टेंडर किए थे। प्रतिस्पर्धा के चलते टेंडर रद्द किए गए, क्योंकि दूसरी कंपनियों के रेट ज्यादा आए। इसके चलते सरकार ने शॉट टेंडर करने का फैसला लिया। इसमें पंजाब और हरियाणा सरकार की एजेंसी से सरसों के तेल के रेट लिए गए। हरियाणा की एजेंसी हैफेड का रेट कम पाया गया।
ऐसे में सरकार ने हैफेड से ही तेल लेने का फैसला लिया। सरकार ने तेल लेने के लिए ऑर्डर जारी कर दिया है। बड़ी बात यह है कि सरकार ने इस महीने उपभोक्ताओं को सरसों तेल ही देने का फैसला लिया है। इससे पहले एक लीटर रिफाइंड भी दिया जाता था। नागरिक खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राजिंद्र गर्ग ने बताया कि डिपो में उपभोक्ताओं को सस्ता सरसों तेल मिलेगा।
प्रदेश सरकार को 5.61 करोड़ का हुआ फायदा
सरकारी एजेंसी से तेल लेने पर हिमाचल सरकार को 5.61 करोड़ रुपये का फायदा हुआ है। हैफेड ने प्रदेश को सप्ताह के भीतर तेल की पूरी सप्लाई देने की बात की है।
राणा को क्यों हो रहा है टेंडर रद्द करने का दर्द
मंत्री राजिंद्र गर्ग ने कहा कि सरकार ने टेंडर रद्द किया, उससे कांग्रेस के विधायक राजेंद्र राणा को क्यों दर्द हो रहा है। उन्होंने कहा कि जिस कंपनी का टेंडर रद्द हुआ है, उससे राणा का क्या संबंध हैं। उन्होंने कहा कि राणा आधारहीन बयानबाजी बंद करें। जनता के हितों को देखते हुए यह फैसला लिया है। है. कमेंट सेक्शन में लोगों ने इस आदमी के रवैये को सनक भरा करार दिया है. हालांकि ये बात भी सोचने वाली है कि इतना चिढ़ाने के बाद भी शेर इस आदमी से चिढ़ा क्यों नहीं ?


Ritisha Jaiswal

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