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धर्म-अध्यात्म
इस दिन रखा जाएगा श्रावन मास का अंतिम एकादशी व्रत, जानिए तिथि और महत्व
Manish Sahu
16 Aug 2023 5:20 PM GMT
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धर्म अध्यात्म: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। पंचांग के अनुसार, वर्ष 2023 में अधिक मास के कारण चार एकादशी व्रत रखने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। ऐसे में श्रावण मास का अंतिम एकादशी व्रत पुत्रदा एकादशी व्रत के रूप में रखा जाएगा। बता दें कि यह व्रत पौष और श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन रखा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस विशेष दिन पर भगवान विष्णु की उपासना करने से साधक को सुख एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में आ रही कई प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती हैं। आइए जानते हैं, श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत तिथि, व्रत पारण समय और महत्व।
श्रावण पुत्रदा एकादशी 2023 तिथि
हिंदू पंचांग के अनुसार, श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 27 अगस्त रात्रि 12 बजकर 08 मिनट से प्रारंभ हो जाएगी और इस तिथि का समापन 27 अगस्त रात्रि 09 बजकर 32 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत 27 अगस्त 2023, रविवार के दिन रखा जाएगा। पंचांग में यह भी बताया गया है कि एकादशी व्रत पारण 28 अगस्त सुबह 05 बजकर 55 मिनट से सुबह 08 बजकर 31 मिनट के बीच मान्य रहेगा।
श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पुत्रदा एकादशी व्रत रखने से पुत्र सुख की प्राप्ति होती है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। मान्यता यह भी है कि शुभ मुहूर्त में भगवान विष्णु की पूजा करने से साधक के जीवन में आ रही कई प्रकार की समस्याएं भी दूर हो जाती है और सांसारिक जीवन को त्यागने के बाद श्री हरि के चरणों में स्थान प्राप्त होता है। केवल इस बात का ध्यान रखें कि एकादशी व्रत का पारण हरि वासर के दौरान न करें। हरि वासर समाप्त होने के बाद ही व्रत का पारण करें।
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