- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- जानिए सावन मास में...
x
आषाढ़ मास की पूर्णिमा के ठीक अगले दिन से सावन मास शुरू हो जाता है। इस बार सावन मास की शुरुआत 14 जुलाई यानी गुरुवार से हो रही है
आषाढ़ मास की पूर्णिमा के ठीक अगले दिन से सावन मास शुरू हो जाता है। इस बार सावन मास की शुरुआत 14 जुलाई यानी गुरुवार से हो रही है। 14 जुलाई से शुरू होने के बाद इसका समापन 12 अगस्त को होगा। हिंदू धर्म में सावन महीने को काफी शुभ माना जाता है। सावन के महीने में महादेव को प्रसन्न किया जाता है। इस दौरान भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। सावन में शादीशुदा और कुंवारी महिलाएं व्रत रखती हैं।
माना जाता है कि भगवान शिव अपने भक्तों को कभी निराश नहीं करते हैं। इसलिए सावन में विधि-विधान के साथ व्रत रखने वाले भक्तों को भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है। साथी ही उनकी मनचाही इच्छा भी पूरी होती है। कुंवारी कन्या इस व्रत को खासतौर पर अच्छे वर के लिए रखती हैं।
सावन 2022 कब से कब तक रहेगा
14 जुलाई से आरंभ होगा
12 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के साथ समाप्त होगा
सावन का पहला और आखिरी सोमवार
सावन का पहला सोमवार 18 जुलाई को होगा
सावन का आखिरी सोमवार 8 अगस्त को होगा
महादेव को करें प्रसन्न
देवों के देव महादेव के पसंदीदा इस महीने में उनकी विधि-विधान के साथ पूजा करनी चाहिए। उनकी पूजा के लिए कच्चा दूध, काले तिल, भांग के पत्ते, बेलपत्र, धतूरा और गुड़ भगवान को चढ़ाए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस तरह पूजा करने से शिव शंकर अपना आशीर्वाद बनाए रखते हैं।
सावन मास में क्या काम न करें
शास्त्र के अनुसार सावन के दौरान किसी व्यक्ति को अपने शरीर पर तेल नहीं लगाना चाहिए।
इतना ही नहीं सावन के महीने में दिन में सोना भी नहीं चाहिए।
सावन में बैंगन का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
भगवान शिव को केतकी के फूल भी नहीं चढ़ाने चाहिए।
Next Story