धर्म-अध्यात्म

जानें भगवान धन्वंतरि की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

Ritisha Jaiswal
1 Nov 2021 3:38 PM GMT
जानें भगवान धन्वंतरि की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
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हर साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतरेस का पर्व मनाया जाता है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | हर साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतरेस का पर्व मनाया जाता है। पौराणिक कथाओं अनुसार, इस दिन पर समुद्र-मंन्थन के समय भगवान धन्वन्तरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसलिए इस दिन को धनतेरस या धनत्रयोदशी कहा जाता है। इस शुभ दिन पर भगवान धन्वन्तरि, देवी लक्ष्मी, कुबेर देवता और मृत्यु के देवता यमराज की पूजा करने का विशेष महत्व है। इसके साथ ही सोना-चांदी व अन्य सामान खरीदने का भी विधान है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस शुभ दिन पर शुभ मुहूर्त में खरीदारी करने से घर की धन-संपदा कई गुना बढ़ जाती है। चलिए जानते हैं धनतेरस की पूजा विधि व खरीदारी का शुभ मुहूर्त...

धनतेरस के शुभ मुहूर्त
धनतेरस तिथि- 2 नवंबर 2021, दिन मंगलवार
पूजा का शुभ मुहूर्त शाम- 06:18 मिनट से रात 08:14 मिनट तक
खरीदारी का शुभ मुहूर्त- सुबह 06:34 मिनट से 11: 30 मिनट तक
शाम- 06:18 मिनट से रात 10:21 मिनट तक
त्रिपुष्कर योग- शुभ मुहूर्त- 06:06 मिनट से 11:31 मिनट तक। इस मुहूर्त में खरीदारी करना शुभ माना जाता है।
धनतेरस पूजा मुहूर्त शाम 06.18 बजे से रात 08.14 बजे तक
धनतेरस पूजन विधि
. पूजा के लिए घर की उत्तर दिशा सबसे उत्तम मानी जाती है।
. इसके लिए घर की उत्तर दिशा में पूजा करें।
. घर के मंदिर में भगवान सूर्य, भगवान गणेश, माता दुर्गा, भगवान शिव, भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी, कुबेर देव, गणश जी और भगवान धन्वंतरि की प्रतिमा स्थापित करें।
. घी का दीपक जलाएं।
. भगवान धनवंतर‍ि की षोडशोपचार पूजा करें।
. कुबेर देव को सफेद रंंग और भगवान धन्वंतरि को पीली मिठाई का भोग लगाएं।
. सभी देवी-देवताओं को भी भोग लगाकर फूल अर्पित करें।
. भगवान धन्वंतरि को गंध, अबीर, गुलाल, पुष्प, रोली, अक्षत आदि अर्पित करके उनके मंत्रों का जाप करें।
. उसके बाद भगवान धन्वंतरि को श्रीफल व दक्षिणा अर्पित करें।
. विधिवत पूजा करके अंत में कपूर जलाकर आरती करें।
. शाम के समय घर के आंगन व मुख्य द्वार पर दीपक जलाएं।
रात को यम देवता का पूजन करके घर के बाहर दक्षिण दिशा की ओर दीपक जलाएं। मान्यता है कि इससे अकाल मृत्यु का भय दूर होता है।
धनतेरस के दिन की परंपरा
. धनतेरस पर भगवान धनवंतरी की पूजा करने अच्छी सेहत मिलती है। देवी लक्ष्मी की पूजा करने से धन में अन्न व धन की बरकत रहती है। इसी के साथ यमराज जी की पूजा करने से अकाल मृत्यु का डर दूर रहता है।
इस दिन पीतल, चांदी, स्टील के बर्तन खरीदने से घर में धन समृद्धि आती है।. धनतेरस के दिन से दिवाली की शुरुआत मानी जाती है। इसलिए इस दिन शाम को घर के मुख्य द्वार और आंगन में दीया जरूर जलाएं।
धनतेरस पर इन चीजों को खरीदना भी शुभ
जो लोग सोना-चांदी आदि नहीं खरीद सकते हैं तो धनिया, झाड़ू, लक्ष्मी श्रीयंत्र, हल्दी गांठ आदि जरूर खरीदें। मान्यता है इन चीजों को खरीदने से भी शुभफल की प्राप्ति होती है।


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