धर्म-अध्यात्म

जानिए दीपावली के पंच दिवसीय महापर्व की पूजन विधान

Ritisha Jaiswal
25 Oct 2021 5:49 PM GMT
जानिए दीपावली के पंच दिवसीय महापर्व की पूजन विधान
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दीपावली का पर्व हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। दीपावली के दिन मां लक्ष्मी और विघ्नहर्ता भगवान गणेश के पूजन का विधान है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | दीपावली का पर्व हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। दीपावली के दिन मां लक्ष्मी और विघ्नहर्ता भगवान गणेश के पूजन का विधान है। इसके साथ ही इस दिन लोग अपने इष्ट देवों का भी पूजन करते हैं। दीपावली का त्योहार कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। लेकिन दीपावली का त्योहार पांच दिनों तक मनाने का विधान है। इसकी शुरूआत धनतेरस के दिन से हो जाती है इसके बाद नरक चौदस, अन्नकूट और भैय्या दूज का पर्व मनाया जाता है। आइए जानते हैं इस साल दीपावली के पांच दिन के त्योहार की तिथियां और पूजन के विधान के बारे में....

1-धनतेरस- दीपावली के महापर्व की शुरूआत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन से हो जाती है। इस दिन धनतेरस का पर्व मनाया जाता है। धनतेरस पर धन के देवता कुबेर, यम और औषधि के देव धनवंतरी के पूजन का विधान है। इस साल धनतेरस का पर्व
02 नवंबर, दिन मंगलवार को मनाया जाएगा।2-नरक चौदस- नरक चौदस को छोटी दीपावली के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर नामक राक्षस का वध किया था, उसी के नाम से इस दिन को नरक चौदस कहा जाता है। इस साल नरक चौदस का त्योहार 03 नवंबर, दिन बुधवार को मनाया जाएगा।
3-दीपावली- दीपावली के पांच दिन के महोत्सव का सबसे महत्वपूर्ण पर्व कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। दीपावली पर गणेश-लक्ष्मी के पूजन का विधान है। इसके साथ ही इस दिन भगवान श्री राम के लंका विजय के बाद अयोध्या वापस लौटने के त्योहार के रूप में भी मनाया जाता है। इस साल दीपावली का त्योहार 04 नवंबर, दिन गुरूवार को मनाया जाएगा।
4-गोवर्धन पूजा या अन्नकूट – दीपावली के अगले दिन प्रतिपदा पर गोवर्धन पूजा या अन्नकूट का त्योहार मनाने का विधान है। ये पर्व भगवान कृष्ण के द्वारा गोवर्धन पर्वत उठा कर मथुरावसियों की रक्षा करने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस साल गोवर्धन या अन्नकूट पूजा 05 नवंबर, दिन शुक्रवार की जाएगी।
5- भैय्या दूज- भैय्या दूज या यम द्वितिया का पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। ये त्योहार भी राखी की तरह भाई-बहन को समर्पित होता है। इस दिन यमुना स्नान का विशेष महत्व होता है। इस साल भैय्या दूज का पर्व 06 नवंबर, दिन शनिवार को मनाया जाएगा।


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