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धर्म-अध्यात्म
घर बनाते समय वास्तु के कुछ नियमों का रखे ध्यान
Apurva Srivastav
15 March 2023 4:48 PM GMT
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यदि आप अपने सपनों का घर बना रहे हैं तो वास्तु (Vastu) के हिसाब से इस बात का जरूर ध्यान
सभी का सपना होता है की उनका एक घर हो। घर बनाने के लिए लोग बहुत मेहनत करते हैं। दरअसल आज के समय में घर बनाना बहुत ही महंगा हो गया है। ऐसे में जो लोग बहुत मेहनत करके अपना घर बनाते हैं उनके लिए ये बात बहुत ही मायने रखती है की उनके घर में सुख और शांति रहे। बता दें कि घर बनाते हुए शुरुआत से ही वास्तु के कुछ नियमों का खास ध्यान रखना चाहिए ताकि घर में कोई वास्तु दोष न हो।
आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जो नये घर के निर्माण और प्रवेश से पहले करने से आपका घर स्वर्ग जैसा सुखमय और शांतिपूर्ण हो सकता है। तो आइये जानते हैं उन खास उपायों के बारे में जो आपके घर में पॉजिटिव एनर्जी भर देंगे और सभी कि तरक्की होगी। आइए जानते हैं विस्तार से।
मेन डोर
यदि आप अपने सपनों का घर बना रहे हैं तो वास्तु (Vastu) के हिसाब से इस बात का जरूर ध्यान रखें कि वो पूरब दिशा की ओर हो तो बेहतर होता है। साथ में ये भी ध्यान रखें कि बिना किसी साउंड के सुचारू रूप से खुलना चाहिए। साथ ही पॉजिटिव एनर्जी के लिए इसमें अच्छा कलर भी करें। क्योंकि मेन डोर सा न सिर्फ हम तुम बल्कि पॉजिटिव और नेगेटिव एनर्जी भी आती हैं।
बालकनी
जब आप घर बना रहे हों तो इस बात का खास ध्यान रखें कि आपके घर की बालकनी उत्तर या पूर्व दिशा में स्थित होने चाहिए। इससे घर में इससे घर में पॉजिटिव एनर्जी बनी रहती है। ऐसे में आपको ये जगह साफ और खाली रखनी चाहिए।
बेडरूम
घर का मुख्य बेडरूम घर के दक्षिण-पश्चिम दिशा में बना होना चाहिए। और इस बात का खास ध्यान रखें की मुख्य बेडरूम में मिरर भूलकर भी न रखें। इससे बेचैनी हो सकती है और नींद में खलल पड़ सकता है।
गेस्ट रूम
सभी लोग अपने घर में एक कमरा गेस्ट रूम के टूर पर बनाते हैं। हालांकि कभी जगह की कमी के कारण ये संभव नहीं हो पाता। लेकिन यदि संभव हो तो हमेशा घर के उत्तर-पश्चिम या उत्तर-पूर्व दिशा में में ही गेट रूम बनवाना चाहिए। इससे घर में वास्तु दोष (Vastu dosh) नहीं लगता साथ ही किसी अन्य के इस्तेमाल किए हुए बिस्तर को इस्तेमाल करने से परहेज करना चाहिए। माना जाता है की इससे नेगेटिव एनर्जी आती है।
रीडिंग रूम
यदि आप अपने सपनों के घर में एक रीडिंग रूम बनाने की योजना बना रहे हैं, तो यह घर के उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में बनाने की योजना बनाएं। वो इसलिए एकाग्रता बढ़ाने के लिए रीडिंग रूम में अच्छी रोशनी होनी चाहिए। साथ ही इस दिशा में रीडिंग रूम होने से पढ़ने में भी मन लगता है।
डाइनिंग रूम
बता दें कि, वास्तु के हिसाब से डाइनिंग रूम घर के पश्चिम या उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। वास्तु में पश्चिम की ओर मुंह करके खाने से बचने की सलाह दी जाती है।
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