धर्म-अध्यात्म

फाल्गुन मास में सोमवती अमावस्या के अगले दिन चंद्र दर्शन का विशेष महत्व है।आइए जानते हैं चंद्र दर्शन का समय महत्व

Kajal Dubey
20 Feb 2023 4:22 PM GMT
फाल्गुन मास में सोमवती अमावस्या के अगले दिन चंद्र दर्शन का  विशेष महत्व है।आइए जानते हैं चंद्र दर्शन का समय महत्व
x

फाइल फोटो 


चंद्र दर्शन 2023 तिथि फरवरी के दिन रखा जा रहा है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | हिन्दू धर्म में सभी देवी-देवताओं की पूजा के समान ही चंद्र देव की पूजा का भी विशेष महत्व है। शास्त्रों में बताया गया है कि अमावस्या तिथि के अगले दिन चंद्र दर्शन से साधक को विशेष लाभ मिलता है और ऐसा करने से व्यक्ति को पुण्य की प्राप्ति होती है। पंचांग के अनुसार फरवरी में फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के दिन चंद्र दर्शन किया जाएगा। आइए जानते हैं किस समय करें चंद्र दर्शन, पूजा विधि और महत्व।
चंद्र दर्शन 2023 तिथि फरवरी के दिन रखा जा रहा है। ऐसे में फाल्गुन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 21 जनवरी 2023, मंगलवार के दिन। इसलिए चंद्र दर्शन भी इसी दिन किया जाएगा। पंचांग में बताया गया है कि 21 फरवरी को चन्द्रोदय शाम 06 बजकर 59 मिनट पर होगा और अस्त शाम 07 बजकर 50 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में इस अवधि में चंद्र दर्शन करने विशेष लाभ मिलेगा।
चंद्र दर्शन 2023 पूजा विधि
फाल्गुन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के दिन चंद्र दर्शन से पहले स्नान करें और सफेद वस्त्र धारण करें। इसके हाथ में किसी फल को लेकर चंद्र दर्शन करें और विधि-विधान से पूजन करें। इस दौरान उन्हें गंगाजल युक्त जल या गाय के दूध से अर्घ्य प्रदान करें और उन्हें धूप, दीप दिखाएं। फिर उन्हें चावल से बनी सफेद खीर का भोग अर्पित करें। इसके बाद चंद्र स्तोत्र का पाठ करें। इस दिन दान का विशेष महत्व इसलिए रात्रि के समय ब्राह्मण या किसी जरूरतमंद को सफेद वस्त्र या सफेद अन्न का दान करें।
चंद्र दर्शन 2023 मंत्र
1. ॐ इमं देवा असपत्नं ग्वं सुवध्यं महते क्षत्राय महते ज्यैश्ठाय महते जानराज्यायेन्दस्येन्द्रियाय ।
इमममुध्य पुत्रमुस्यै पुत्रमस्यै विश वोsमी राजा सोमोsस्माकं ब्राह्माणाना ग्वं राजा ।।
2. चन्द्रमा मनसो जातश्चक्षोः सूर्यो अजायत ।
श्रोत्राद्वायुश्च प्राणश्च हृदयात्सर्वमिदं जायते ।।
Next Story