धर्म-अध्यात्म

चाणक्य नीति: ये खास गुण आपके अंदर है तो प्रेम में कभी नहीं होंगे असफल, जीवन रहेगा खुशहाल

Teja
13 May 2022 5:43 AM GMT
चाणक्य नीति:  ये खास गुण आपके अंदर है तो प्रेम में कभी नहीं होंगे असफल, जीवन रहेगा खुशहाल
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कहते है कि कोई व्यक्ति काम में कितना सफल है इसे देखकर इस बात का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | कहते है कि कोई व्यक्ति काम में कितना सफल है इसे देखकर इस बात का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता कि वो प्रेम में कितना सफल होगा. वहीं, चाणक्य नीति में कुछ ऐसे गुणों को बताया गया है जिन्हें अपनाने वाला पुरुष प्रेम में कभी असफल नहीं होता. इंसान के लिए प्रेम और वैवाहिक रिश्ता अहम और पवित्र माना गया है. वहीं, इंसान की कोशिश रहती है कि इन दोनों रिश्ते में वह कभी नाकाम न हो. तो आइए, जानते हैं आचार्य चाणक्‍य ने मनुष्‍य के वैवाहिक जीवन और साथ ही प्यार वाले रिश्ते पर अपनी राय रखी है.

1. महिलाओं का सम्मान
महिला और पुरुषों के संबंधों को सफल बनाने के लिए पुरुषों में जो सबसे खास गुण होना चाहिए वो है महिलाओं का सम्मान. पत्नी और प्रेमिका यह देखकर बहुत अधिक खुश होती है कि उनका साथ हर तरह की महिला का सम्मान करता है. प्रेमिका अपने प्रेमी के इस भाव को देखकर सोचती है कि अगर उसका पति या पार्टनर जब अन्य महिलाओं को इतना सम्मान देता है तो उसके लिए उनके मन में कितना प्रेम होगा.
2. रिश्ते में भरोसा
अगर किसी रिश्ते में भरोसा नहीं हो वो बिना किसी पहिए की गाड़ी जैसा ही है. चाणक्य के मुताबिक, अगर एक व्यक्ति प्रेमिका या प्रेमी के अलावा किसी भी पराई महिला स्त्री को देखना या उसीक तरफ आकर्षित नहीं होता है तो वो हमेशा आपका होकर रहेगा और उसे आप से ही प्यार रहेगा. ऐसा करने वाले प्रेमी के मन में दिखावा नहीं होता है और ये गुण उनके रिश्ते में विश्वास पैदा करता है.
3. रक्षा करना
जो पुरुष दूसरे पुरुषों से अपनी प्रेमिका की रक्षा करता है उसकी प्रेमिका उसे छोड़कर कभी नहीं जाती, क्योंकि उसके मन में सुरक्षा का भाव रहता है. माना जाता है कि एक प्रेमिका या पत्नी अपने प्रेमी में अपने पिता को ढूंढती है, इसलिए वो सुरक्षा और परवाह की उम्मीद लगाए रहती है. हर पत्नी अपने पति में पिता की एक छाया देखती है. ऐसे में अगर पत्नी में सुरक्षा का भाव मिले तो वो अपके साथ हमेशा खुशी से रहती
4. प्रेमिका या पत्नी की संतुष्टि
जो पुरुष अपनी प्रेमिका को संबंध बनाते समय पूरा प्रेम और संतुष्ट करता है, ऐसी प्रेमिका हमेशा खुश रहती है। चाणक्य कहते हैं कि संबंध बनाते हुए स्पर्श को कोमल रखना चाहिए। जो पुरूष अपनी प्रेमिका को फूल की भांति समझकर उसे कोमलता से प्रेम करते हैं, उनकी प्रेमिका के मन में प्रेम बढ़ता ही जाता है।


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