- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- चाणक्य नीति: घर में...
धर्म-अध्यात्म
चाणक्य नीति: घर में ऐसी चीजे हो तो जाएं सतर्क, बुरा समय आने का संकेत
Teja
8 May 2022 5:22 AM GMT
x
महान बुद्धिजीवी और ज्ञानी आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन के अनुभवों के आधार पर अपनी नीति शास्त्र में जीवन की मुश्किलों से लड़ने और उनकी पहचान करने का मार्ग प्रशस्त किया है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | महान बुद्धिजीवी और ज्ञानी आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन के अनुभवों के आधार पर अपनी नीति शास्त्र में जीवन की मुश्किलों से लड़ने और उनकी पहचान करने का मार्ग प्रशस्त किया है. आचार्य चाणक्य की बातों को जीवन में अपनाकर आप समस्याओं को आसानी से पार कर सकते हैं. आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र के जरिए जीवन से जुड़ी समस्याओं का समाधान बताया है. चाणक्य ने मनुष्य को प्रभावित करने वाले सभी विषयों को बहुत ही गहराई से अध्ययन किया था. चाणक्य की मानें तो हर व्यक्ति के जीवन में बुरा समय आता है और जब ये आने वाला होता है तो कुछ संकेत आपको इसका आभास करा देते हैं तो चलिए जानते हैं इन संकेतों के बारे में.
1. तुलसी का सूखना
हिंदू धर्म में तुलसी का सूखना बेहद खराब माना जाता है, कहते हैं तुलसी का पौधा घर की सारी विपत्तियों को खुद पर ले लेता है जिसके चलते यह पौधा सूख जाता है. अगर आपके घर में भी कुछ ऐसा हो रहा है तो समझ लीजिए आपके घर में कोई घटना घटित होने वाली है. Also Read - चाणक्य नीति: बनना चाहते हैं अमीर तो जीवन में जरूर अपनाएं चाणक्य की ये बातें, नहीं होगी कभी पैसे की कमी!
2. रो हो रहा हो झगड़ा
कहते हैं जिस घर में रोज झगड़ा होता है वहां मां लक्ष्मी विराजमान नहीं होती हैं साथ ही घर की शांति भी चली जाती है. इससे घर में नकारात्मकता प्रवेश करती है. नकारात्मकता घर में सुख शांति को खत्म कर देती है, इसलिए घर में झगड़े को हल्के में न लें इससे आने वाले समय में बड़ा संकट आ सकता है.
3. बड़ों का अपमान होना
माना जाता है कि जिस घर में बड़े-बुजुर्गों का सम्मान होता है और उस घर में उनके आशीर्वाद से सदा खुशहाली बनी रहती है. लेकिन आचार्य चाणक्य के अनुसार यदि घर में आए दिन बड़े-बुजुर्गों को बुरा-भला कहा जाता है या उनका अपमान किया जाता है तो समझ लीजिए कि उस घर पर संकट आने में कोई दूरी नहीं है.
4. पूजा-पाठ न होना
चाणक्य नीति के अनुसार जिस घर के लोग पूजा-पाठ या धर्म-कर्म के कार्यों में संलग्न नहीं होते, वे लोग जल्द ही गलत मार्ग पर निकल पड़ते हैं. जिससे उनके ऊपर विपत्तियां आने लगती हैं. ऐसे घर के लोगों की तरक्की रुक जाने से उन्हें बुरा समय देखना पड़ सकता है.
Teja
Next Story