धर्म-अध्यात्म

चाणक्य निति के अनुसार अगर आपका बिजनेस शुरू करने का है विचार तो चाणक्य से जाने, सफलता का फुलप्रूफ प्लान

Manish Sahu
18 July 2023 10:40 AM GMT
चाणक्य निति के अनुसार अगर आपका बिजनेस शुरू करने का है विचार तो चाणक्य से जाने, सफलता का फुलप्रूफ प्लान
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धर्म अध्यात्म: हम सभी जानते हैं कि आचार्य चाणक्य विश्व के महान अर्थशास्त्रियों में से एक माने जाते हैं। चाणक्य ने राज्य की सुरक्षा और विदेश नीति के साथ साथ अर्थशास्त्र संबंधी भी कई महत्वपूर्ण नीतियों के बारे में लिखकर सबके साथ साझा किया। उन्होंने मौर्य शासन काल में विभिन्न व्यवसाय करने वालों के लिए कई आर्थिक सुझाव दिए जो वर्तमान समय में भी काफी लाभदायक माने जाते हैं। वर्तमान समय में नौकरी से अधिक व्यवसाय यानि बिज़नेस करने की ओर लोगों का रुझान बढ़ने लगा है। ऐसे में चाणक्य की नीतियों से यह समझना ज़रूरी है कि अपने व्यवसाय को लाभदायक कैसे बनाया जाए और अधिक से अधिक मुनाफा कमाया जाए। आचार्य चाणक्य के अनुसार किसी भी व्यवसाय को शुरू करने से पहले उसकी पूरी तरह से जानकारी हासिल कर लेनी चाहिए। आपको अपने बाज़ार, अपने प्रतिद्वंदियों, अपनी विक्रय क्षमताओं के साथ-साथ बाज़ार के उछाल और गिरावट संबंधी सभी जानकारियां होनी चाहिए, तभी आप अपने बिज़नेस में सफ़ल हो सकते है। जानते है व्यवसाय सम्बन्धी चाणक्य की विभिन्न महत्वपूर्ण नीतियां - नकारात्मक लोगों से बनाये रखे दूरी जीवन में जब भी हम कुछ नयी शुरुआत करते हैं तब आसपास कुछ ऐसे लोग होते ही हैं जो हौसला बढ़ाने के स्थान पर आपके आत्मविश्वास को गिराने में जुट जाते हैं।
चाणक्य का सुझाव है कि व्यवसाय की शुरुआत के समय ऐसे नकारात्मक लोगों से दूरी बनाए रखनी चाहिए। आपको अपने व्यवसाय के कौशल पर पूरा विश्वास होना चाहिए। पत्नी करती हो कितना भी प्यार लेकिन उनकी इन 6 आदतों से पति हमेशा रहते हैं परेशान अधूरा ना छोड़ें कोई भी व्यवसाय शुरू करना अपने आप में बहुत बड़ा और जोखिम भरा काम होता है। ऐसे में चाणक्य यह सुझाव देते हैं कि यदि आपने व्यवसाय शुरू करने का फैसला ले ही लिया है तो उसको आसानी से छोड़े नहीं। किसी व्यवसाय में बहुत अधिक धन निवेश किया जाता है और जोखिम भी बहुत अधिक होते है। ऐसे में कई लोग शुरूआती असफलताओं के कारण आधे बीच में ही उसे रोक देते हैं।
एक बार शुरू किये गये व्यवसाय में बहुत जल्दी हार नहीं माननी चाहिए।अपनी वाणी को हमेशा रखें मधुर व्यक्ति की वाणी और व्यवहार बड़े बड़े कामों को भी मुमकिन कर देती है। ऐसा व्यवसाय में भी होता है। मधुर वाणी आपको एक अच्छा विक्रेता और एक अच्छा व्यवसायी बनाती है। व्यवसाय के क्षेत्र में आपको रोज़ाना नये लोगों से मिलना पड़ता है और अपने संपर्क बनाने पड़ते हैं। चाणक्य यह सुझाव देते हैं कि मीठी वाणी आपको इस कार्य में सहायता करती है। ज्यादा अधिक लोगों को ना लगने दे भनक कुछ भी नई चीज़ शुरू करने के समय बहुत अधिक लोगों को इसकी भनक नहीं देनी चाहिए। ऐसा ज़रूरी नहीं कि सभी लोग आपकी बेहतरी के बारे में सोचें। कई ऐसे लोग भी होते हैं जो आपकी सफलता से जलते हैं और आपकी नाकामी की कामना करते हैं। इसलिए आचार्य का कहना है कि जितना हो सके उतना कम लोगों को ही अपने नए व्यवसाय की शुरुआत के बारे में जानकारी देनी चाहिए।

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