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सावन सोमवार के व्रत में भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना नहीं मिलेगा पूरा फल
सावन सोमवार का व्रत रखने से दांपत्य सुख मिलता है. कुंआरे युवक-युवतियां सावन सोमवार का व्रत रखें तो उन्हें मनपसंद जीवनसाथी मिलता है. मान्यता है कि जो भी व्यक्ति सावन सोमवार का व्रत सच्चे मन से रखता है, भोलेनाथ की विधि-विधान से पूजा करता है, उसकी मनोकामनाएं जरूर पूरी होती हैं. साथ ही इस व्रत को रखने से वैवाहिक जीवन में आ रही सारी समस्याएं दूर होती हैं. लेकिन सावन सोमवार का व्रत रखने के कुछ जरूरी नियम बताए गए हैं, जिनका पालन अवश्य करना चाहिए.
सावन सोमवार व्रत के नियम
सावन सोमवार का व्रत रख रहे व्रती को कुछ नियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए, वरना व्रत का फल नहीं मिलता है. व्रत के दिन सुबह जल्दी स्नान करके व्रत का संकल्प जरूर लें. इसके बाद भगवान शिव की पूजा-अभिषेक करें. शिवलिंग का जलाभिषेक करें. हो सके तो दूध, दही, शहद आदि पंचामृत से भी अभिषेक करें. शिवलिंग का अभिषेक गाय के दूध से करना सबसे शुभ माना गया है. अभिषेक के बाद शिवलिंग पर बेल पत्र, धतूरा आदि अर्पित करें. इसके बाद भगवान गणेश की आरती करें फिर शिव-पार्वती जी की आरती करें.
सावन सोमवार उपवास में न करें गलतियां
सावन सोमवार के व्रत में कुछ काम करने की सख्त मनाही की गई है. शिव जी की पूजा-अभिषेक और व्रत के दौरान की गई ये गलतियां जीवन में संकट ला सकती हैं. लिहाजा सावन सोमवार का व्रत कर रहे हैं तो इन इन गलतियों से बचें.
सावन सोमवार का व्रत कर रहे हैं तो शाम को शिव जी की आरती जरूर करें. इसके बाद ही व्रत खोलें.
न केवल सावन सोमवार को बल्कि पूरे सावन महीने में दूध का अनादर न करें. हो सके तो दूध का सेवन भी न करें. इस महीने में दूध का सेवन करने की मनाही की गई है क्योंकि सावन में शिवलिंग पर दूध से अभिषेक किया जाता है.
शिवलिंग पर गलती से भी हल्दी या सिंदूर न चढ़ाएं. भोलेनाथ को ये दोनों चीजें चढ़ाना वर्जित है.
भगवान शिव की पूजा में तुलसी और केतकी के फूल अर्पित न करें. इनका उपयोग भी वर्जित है.
सावन सोमवार व्रत के दिन सात्विक भोजन ही करें. पूरे सावन महीने में लहसुन-प्याज, नॉनवेज-शराब का सेवन बिल्कुल न करें.
सावन सोमवार व्रत के दिन अपने मन में किसी के लिए भी बुरे विचार न लाएं, ना ही किसी का अपमान करें.
इस दिन शरीर पर तेल न लगाएं.