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जिले में उपभोक्ताओं को जानकारी का है अभाव

26 Jan 2024 5:56 AM GMT
जिले में उपभोक्ताओं को जानकारी का है अभाव
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प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ सरकार ओर से जहां ग्रीन एनर्जी को लेकर कई योजनाएं संचालित है। जिसमें सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना भी की जाती है। इसके साथ ही गत वर्षों से रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने की भी योजना है। जिसमें सरकार की ओर से तीन किलोवाट तक 40 प्रतिशत और तीन से 10 किलोवॉट तक सोलर …

प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ सरकार ओर से जहां ग्रीन एनर्जी को लेकर कई योजनाएं संचालित है। जिसमें सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना भी की जाती है। इसके साथ ही गत वर्षों से रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने की भी योजना है। जिसमें सरकार की ओर से तीन किलोवाट तक 40 प्रतिशत और तीन से 10 किलोवॉट तक सोलर सिस्टम लगाने पर 20 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है। लेकिन प्रतापगढ़ जिले में उपभोक्ताओं में रूफ टॉप सोलर से दूरी बना रखी है। जिले में गत पांच वर्षों में अब तक मात्र 50 उपभोक्ताओं ने ही अपने घरों पर संयंत्र लगाए है।

ऐसे में प्रतापगढ़ जिले में इस योजना का प्रचार-प्रसार आवश्यक है। जिससे योजना का उपभोक्ताओं का फायदा हो सके। गौरतलब है कि घरों की छतों पर रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने की योजना केन्द्र सरकार की ओर से संचालित है। जिससे वैकल्पिक ऊर्जा के स्रोत से अपने घरों को रोशन कर सकें। जिसमें उपभोक्ताओं को मकानों की छतों पर सोलर पैनल लगाए जाते है। सोलर रूफटॉप लगाने के लिए उपभोक्ताओं को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसके लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। जिसमें ऑनलाइन सभी जरूरी जानकारियां भरनी होगी।

रूफटॉप सोलर प्लांट की औसत आयु 25 वर्ष है। इसकी औसतन पांच वर्ष में ही लागत की वसूली हो जाती है। 20 वर्ष तक उपभोक्ताओं को मुफ्त में बिजली मिल सकेगी। वहीं बिजली के बिलों में राहत दी जाएगी। संयंत्र लगाने वाली एजेंसी को पांच वर्ष तक मुफ्त में रख-रखाव किया जाता है। सौर ऊर्जा को ऊर्जा का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। क्योंकि सौर पैनलों से ऊर्जा उत्पन्न करने में कोई प्रदूषण नहीं होता है। सौरमंडल पूरी तरह से सूर्य के प्रकाश पर आधारित है। हर महीने बिजली बिल पर भी बचत कर सकते हैं।

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