प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ जिले के छोटीसादड़ी नगर के धोलापानी दरवाजे से सटी ऐतिहासिक बुर्ज में दरवाजे के लिए रखा गया शटर को नगर पालिका ने सोमवार को हटाया। इस दौरान पुलिस भी मौजूद रही। यहां बुर्ज में एक दरवाजे का रखा गया था। नगर पालिका प्रशासन ने बुर्ज पर किए निर्माण कार्य को लेकर नोटिस भी …
प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ जिले के छोटीसादड़ी नगर के धोलापानी दरवाजे से सटी ऐतिहासिक बुर्ज में दरवाजे के लिए रखा गया शटर को नगर पालिका ने सोमवार को हटाया। इस दौरान पुलिस भी मौजूद रही। यहां बुर्ज में एक दरवाजे का रखा गया था। नगर पालिका प्रशासन ने बुर्ज पर किए निर्माण कार्य को लेकर नोटिस भी चस्पा किया था। लेकिन तीन माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी हालत जिसके तस बने रहे। इस संबंध में भाजपा पदाधिकारियों ने बिना स्वीकृति किए निर्माण को तोड़े जाने का विरोध कर जिला कलक्टर के नाम ज्ञापन दिया गया था। वहीं, लोकेश अग्रवाल ने नामजद रिपोर्ट न्यायालय के आदेश के साथ छोटीसादड़ी पुलिस थाने में देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की गई थी। इसी बुर्ज की दीवार में दरवाजा रखने को लेकर को बड़ा छेद किया गया। अधिशाषी अधिकारी ने इस कार्य की कोई स्वीकृति नगर पालिका द्वारा नहीं दिए जाने के बावजूद भी निर्माण काम चला। अग्रवाल द्वारा शिकायत किए जाने पर पालिका ने सोमवार को शटर हटाने व पुन: दीवार निर्माण कार्य किए जाने की कार्रवाही शुरू कर दी। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस जाप्ता भी मौजूद रहा।
प्रतापगढ़ में वन विभाग की टीम ने दौरान सुबह सागवान की तस्करी करते हुए एक पिकअप, बाइक और स्कूटी को जब्त किया है। इस दौरान वन अधिनियम के तहत मामले में केस भी दर्ज किया गया है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार वन अधिकारी तेजपाल मीणा के नेतृत्व में रात को गश्त के दौरान अल सुबह एक पिकअप त्रिपाल से ढकी दिखी। जिस पर विभाग की टीम ने पीछा किया। इस दौरान पिकअप कुछ ही दूरी पर धरियावद के पास जाकर एक नाली के अंदर फंस गई। नाली में फंसी हुई पिकअप को छोड़कर आरोपी मौके से फरार हो गए। जिसे जेसीबी की सहायता से बाहर निकालकर धरियावद वन विभाग में लेकर वन रेंज अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया। दूसरी कार्रवाई वन विभाग में बन्ना का आरामपूरा क्षेत्र में अवैध रूप से सागवान की लकड़ी परिवहन करते हुए एक मोटरसाइकिल और एक स्कूटी को लकड़ी के साथ जप्त किया है,इस दौरान दोनों ही मामले में वन विभाग की टीम को गच्चा देकर आरोपी फरार हो गए। जिसमें खेर की लकड़ी भी वन विभाग की टीम को बंधी हुई मिली।