लूणकरनसर में नहर में गिरे चचेरे भाईयों के घर में कोहराम
बीकानेर: बीकानेर के लूणकरनसर में नहर में गिरे दो चचेरे भाइयों में एक का शव सोमवार शाम को मिल गया। दूसरे भाई की तलाश में एसडीआरएफ की टीम तीसरे दिन भी जुटी हुई है। मंगलवार दोपहर बाद दूसरे भाई का भी शव मिल गया। मंगलवार सुबह तक शव नहीं मिलने पर एसडीआरएफ की टीम और …
बीकानेर: बीकानेर के लूणकरनसर में नहर में गिरे दो चचेरे भाइयों में एक का शव सोमवार शाम को मिल गया। दूसरे भाई की तलाश में एसडीआरएफ की टीम तीसरे दिन भी जुटी हुई है। मंगलवार दोपहर बाद दूसरे भाई का भी शव मिल गया। मंगलवार सुबह तक शव नहीं मिलने पर एसडीआरएफ की टीम और ग्रामीण फिर से नाव और रस्से लेकर नहर में उतर गए थे।
रविवार की दोपहर में लूणकरनसर से निकल रही इंदिरा गांधी नहर के आरडी सात सौ के पास बामनवाली गांव के दो बच्चे मुकेश और पृथ्वी खेल रहे थे। इसी दौरान एक भाई पैर फिसलने के कारण नहर में गिर गया। उसे बचाने के लिए दूसरा भी नहर में कूद गया। दोनों ही डूब गए थे। इसके बाद से एसडीआरएफ की टीम दोनों युवकों को तलाश रही थी। सोमवार की शाम इसमें बारह साल के मुकेश का शव मिल गया लेकिन 14 साल के पृथ्वी की तलाश मंगलवार दोपहर बाद पूरी हो सकी।
एसडीआरएफ की टीम के साथ मिलकर ग्रामीणों ने इंदिरा गांधी नहर का करीब दस किलोमीटर लंबा हिस्सा छान लिया। इस दौरान एसडीआरएफ के जवान नाव में चक्कर काट रहे हैं, वहीं लंबे बांस के साथ ग्रामीण नहर के अंदर तलाश कर रहे हैं। आमतौर पर चौबीस से छत्तीस घंटे के बीच नहर में डूबे शख्स का शव ऊपर आ जाता है।