Punjab : सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ने सभी फसलों के लिए एमएसपी की मांग की
पंजाब : राज्यसभा सदस्य विक्रमजीत सिंह साहनी ने अनुदान की अनुपूरक मांग पर मुद्दे उठाए और सभी फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी और पराली अवशेषों पर बजट आवंटन की मांग की। साहनी ने कहा कि शुद्ध अतिरिक्त नकद व्यय 58,378 करोड़ रुपये होगा और यह राजकोषीय उत्तरदायित्व और बजट प्रबंधन (एफआरबीएम) अधिनियम …
पंजाब : राज्यसभा सदस्य विक्रमजीत सिंह साहनी ने अनुदान की अनुपूरक मांग पर मुद्दे उठाए और सभी फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी और पराली अवशेषों पर बजट आवंटन की मांग की।
साहनी ने कहा कि शुद्ध अतिरिक्त नकद व्यय 58,378 करोड़ रुपये होगा और यह राजकोषीय उत्तरदायित्व और बजट प्रबंधन (एफआरबीएम) अधिनियम द्वारा 3 प्रतिशत की अनिवार्य सीमा के मुकाबले सकल घरेलू उत्पाद के 5.9 प्रतिशत के पहले से ही उच्च राजकोषीय घाटे में वृद्धि करेगा।
सांसद ने एमएसपी और कृषि लागत एवं मूल्य आयोग समिति में पंजाब को प्रतिनिधित्व देने की मांग की और कहा कि यह वास्तव में अधिसूचित गेहूं और चावल के अलावा अन्य फसलों के लिए दिया जाना चाहिए। साहनी ने कहा, "मक्के पर एमएसपी 2,090 रुपये है लेकिन असल में यह 700-1,000 रुपये प्रति टन के बीच बेचा जा रहा है।"
वायु प्रदूषण के मुद्दे पर सदस्य ने कहा कि उपयुक्त बजटीय प्रावधान किये जाने चाहिए। सांसद ने कहा कि देश की प्रति व्यक्ति आय पड़ोसी देशों बांग्लादेश, मालदीव और भूटान की तुलना में कम है और 10 प्रतिशत आबादी के पास भारत की 72 प्रतिशत संपत्ति है।
साहनी ने पिछली तिमाही में उर्वरक सब्सिडी में 30 प्रतिशत की कटौती पर चिंता व्यक्त की और मांग की कि किसानों को इसकी अधिकतम उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जनवरी में इसकी समीक्षा की जानी चाहिए।
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