बता दें कि चांद के दक्षिण ध्रुव पर चंद्रयान 3 की ऐतिहासिक लैंडिंग के बाद अब इसरो एक बार फिर से इतिहास रचने वाला है।

आदित्य एल-1 अंतरिक्ष यान को पृथ्वी और सूर्य के बीच की एक फीसदी दूरी तय करके L-1 पॉइंट पर पहुंचा देगा।
हालांकि आदित्य एल-1 लॉन्चिंग के ठीक 127 दिन बाद अपने पॉइंट L-1 तक पहुंच जाएगा, जिसके बाद Aditya L1 बेहद जरूरी डेटा भेजना शुरू कर देगा।