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चेकिंग के दौरान विद्युतकर्मी को रोकना एसएसपी को पड़ा भारी...तैश में आकर कटवा दी एसएसपी ऑफिस की लाइन...फिर जो हुआ

Janta se Rishta
22 Aug 2020 1:54 PM GMT
चेकिंग के दौरान विद्युतकर्मी को रोकना एसएसपी को पड़ा भारी...तैश में आकर कटवा दी एसएसपी ऑफिस की लाइन...फिर जो हुआ
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वाराणसी। वाराणसी में पुलिस चेकिंग के दौरान ऐसा वाकया हुआ, जिसे देखकर न केवल वाराणसी के एसएसपी हैरान हो गए जबकि वहां मौजूद सभी पुलिसकर्मी भी दंग रह गए. अब ये किस्सा हर शहरी की जुबां पर है.दरअसल मामला वाराणसी के लंका थाना इलाके का है. यहां वाराणसी के एसएसपी अमित पाठक फोर्स के साथ चेकिंग कर रहे थे. रात में करीब 2 बज रहे थे. तभी वहां से बिजली विभाग के कर्मचारी संजय सिंह बाइक से निकला. फोर्स ने रोककर पूछताछ की तो संजय सिंह ने बताया कि वो बिजली विभाग में कार्यरत हैं.

फोर्स ने पहचान पत्र मांगा तो संजय सिंह नहीं दे सके। इसी बीच पुलिसकर्मी और संजय सिंह में बहस होने लगी. मामला वहां खड़े एसएसपी के पास पहुंचा तो एसएसपी ने भी आईडी कार्ड दिखाने की बात कही. इस बात से संजय सिंह इतना तैश खा गए कि उसने कहा कि मैं अपनी पहचान अभी साबित कर देता हूं.उसके बाद जो हुआ तो सभी हैरान रह गए. संजय सिंह ने करौंदी उपकेंद्र पर फोन किया और रात दो बजकर 13 मिनट पर बिजली कटवा दी. पूरा इलाका अंधेरे में और एसएसपी समेत पूरा फोर्स स्तब्ध। 4 मिनट तक पूरा इलाका अंधेरे में रहा. इसके बाद फोन करके 2:17 पर सप्लाई चालू करा दी।

एसएसपी अमित पाठक ने इसकी शिकायत पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी से की. एमडी ने अधीनस्थ अधिकारियों से जांच का आदेश दिया. जांच में आरोपी सही पाए गए. पता चला कि संजय सिंह के कहने पर करौंदी उपकेंद्र पर तैनात रामलखन से बिजली कटवा दी,जबकि लॉगबुक पर न तो बिजली काटने और जोड़ने का समय दर्ज है बल्कि कारण भी लिखा नहीं मिला. यही नहीं, बिना ब्रेकडाउन लिए बिजली सप्लाई काटी और चालू की गई.

जांच के बाद दोनों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया। यही नहीं दोनों के खिलाफ लंका थाने में एफआईआर दर्ज की गई. अब बिजली विभाग के एमडी ने सख्त आदेश दिया है कि बगैर लॉगबुक में दर्ज किए कोई भी कर्मचारी अगर बिजली सप्लाई बाधित करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसकी नौकरी सेवा समाप्त कर दी जाएगी.बता दें कि आईपीएस अमित पाठक के काम करने का अलग ही तरीका है. हमेशा जनता के बीच रहकर काम करने वाले अधिकारी है. आगरा , मुरादाबाद या एसटीएफ हमेशा अपनी जिम्मेदारी को बखूबी से निभाने वाले अधिकारी है. और सच्चाई के सामने अड़कर खड़े होने वाले अधिकारी है. देखते रहिये आपको वाराणसी में काफी बदलाब देखने को मिलेंगे.

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