PNB, OBC और UBI बैंक का हुआ विलय, जानें अर्थव्यवस्था और बैंकिंग पर क्या होगा असर
जनता से रिश्ता वेबडेस्क।नई दिल्ली. पंजाब नेशनल बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स का विलय (Merger) 1 अप्रैल 2020 से प्रभावी हो चुका है. पंजाब नेशनल बैंक में विलय के बाद यूबीआई और ओबीसी के कर्मचारियों को छंटनी की चिंता सताने लगी थी. ऐसे में पीएनबी के प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) मल्लिकार्जुन राव ने भरोसा दिलाया है कि विलय के कारण तीनों में किसी बैंक के कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी.
विलय के बाद पीएनबी हो गया है देश दूसरा सबसे बड़ा बैंक
राव ने कहा कि पीएनबी में दोनों बैंकों के विलय के बाद भी हमारी छंटनी की कोई योजना नहीं है. तीनों बैंकों के विलय के पंजाब नेशनल बैंक देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक (2nd largest Bank) बन गया है. अब पीएनबी का कारोबार और बैंक शाखाओं की संख्या भी एसबीआई के बाद देश में दूसरे नंबर पर पहुंच गई है. विलय के बाद बैंक ने कहा था कि विलय के बाद पीएनबी पहले ज्यादा प्रतिस्पर्धी और नेक्स्ट जेनेरेशन बैंक में तब्दील हो गया है. बैंक अब अपने नए स्वरूप में पीएनबी 2.0 हो गई है.
पीएनबी का कुल कारोबार पहले मुकाबले हो गया है डेढ़ गुना
पीएनबी ने विलय के बाद साफ कर दिया था कि अब तीनों बैंकों के उपभोक्ताओं के साथ पंजाब नेशनल बैंक के ग्राहकों जैसा व्यवहार किया जाएगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) ने 20 अगस्त 2020 को देश के 10 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का विलय कर 4 में तब्दील करने की घोषणा की थी. उन्होंने कहा था कि पीएनबी, ओबीसी और यूबीआई के विलय के बाद पंजाब नेशनल बैंक देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक हो जाएगा. विलय के बाद लोन (Loans) और डिपॉजिट (Deposits) मिलाकर पीएनबी का कुल कारोबार 17.95 खरब रुपये हो गया है, जो विलय से पहले के पीएनबी का डेढ़ गुना है.