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स्‍वीडन के ग्रेटा थनबर्ग एक साल बाद स्‍कूल लौटीं, भारत में JEE, NEET परीक्षा को स्‍थगित करने क‍िया समर्थन

Janta se Rishta
25 Aug 2020 10:27 AM GMT
स्‍वीडन के ग्रेटा थनबर्ग एक साल बाद स्‍कूल लौटीं, भारत में JEE, NEET परीक्षा को स्‍थगित करने क‍िया समर्थन
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। टॉकहोम: स्‍वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) जलवायु परिवर्तन के खिलाफ एक साल तक काम करने के बाद अब स्‍कूल लौट आई हैं। स्‍कूल लौटते ही ग्रेटा ने भारत में होने वाली JEE, NEET 2020 परीक्षा को स्‍थगित करने का समर्थन किया। उन्‍होंने कहा कि भारत के बच्‍चों को कोरोना संकट और भीषण बाढ़ के बीच में परीक्षा देने के लिए बैठने को कहना अनुचित है। मैं ऐसे बच्‍चों के परीक्षा को स्‍थगित करने के आह्वान का समर्थन करती हूं।

स्‍कूल लौटने के बाद ग्रेटा ने कहा, 'मेरा एक साल का स्‍कूल का गैप अब खत्‍म हो गया है और फिर से स्‍कूल में वापस आकर मुझे बहुत अच्‍छा लग रहा है।' इसके साथ ग्रेटा ने अपने स्‍कूल बैग और साइकल की तस्‍वीर पोस्‍ट की है। बता दें कि जलवायु परिवर्तन पर यूएन में 16 साल की एक ऐक्टिविस्ट ने दुनियाभर के नेताओं को अपनी चिंताओं और सवालों से झकझोर दिया था।

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जलवायु परिवर्तन पर आपने हमें छला है: ग्रेटा
ग्रेटा थनबर्ग ने यूएन महासचिव के सामने वर्ल्ड लीडर्स से कहा कि आपने हमारे बचपन, हमारे सपनों को छीन लिया। आपकी हिम्मत कैसे हुई? तो सभी निरूत्तर थे। बच्ची भावुक थी और उसके शब्दों ने सबको झकझोर दिया। स्वीडन की 16 साल की पर्यावरण ऐक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने संयुक्त राष्ट्र की उच्चस्तरीय क्लाइमेट ऐक्शन समिट के दौरान UN महासचिव गुतारेस सहित दुनिया के बड़े नेताओं के समक्ष जब बोलना शुरू किया तो उन्हें अंदाजा नहीं था कि यह बच्ची अपने सवालों से सबको अनुत्तरित कर देगी।

ग्रेटा ने दुनियाभर के बच्चों और आज की युवा पीढ़ी की आवाज को सामने रखते हुए कहा कि युवाओं को समझ में आ रहा है कि जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर आपने हमें छला है और अगर आपने कुछ नहीं किया तो युवा पीढ़ी आपको माफ नहीं करेगी। उन्‍होंने कहा, 'मुझे इस वक्त यहां नहीं बल्कि स्कूल में होना चाहिए। आपने हमारे सपने और बचपन को छीना है। आपकी हिम्मत कैसे हुई? लोग मर रहे हैं। पूरा ईको सिस्टम खत्म हो रहा है। आप केवल पैसे और आर्थिक ग्रोथ की बात कर रहे हैं।'

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