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ISI की नापाक का खुलासा...पाकिस्तान के एजेंडे को अन्य देशों में फैले आपराधिक गुटों में भी शामिल

Janta se Rishta
23 Aug 2020 9:57 AM GMT
ISI की नापाक का खुलासा...पाकिस्तान के एजेंडे को अन्य देशों में फैले आपराधिक गुटों में भी शामिल
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई दुनिया के कई देशों में फैले पाकिस्तानी आपराधिक गुटों की मदद से अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रही है। इसमें फ्रांस और थाईलैंड जैसे देशों में फैले आपराधिक गुट भी शामिल हैं। ग्लोबल वॉच एनालिसिस की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है।

हाल ही में, थाईलैंड पुलिस ने आईएसआई के लिए मनी लॉन्ड्रिंग सहित देश में कई अवैध गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में बकर शाह नाम के एक पाकिस्तानी नागरिक को गिरफ्तार किया।

शाह सबसे पहले सितंबर 2012 में चियांग माई में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के बाहर एक अमेरिकी-विरोध प्रदर्शन के आयोजन में शामिल होने पर थाई अधिकारियों की निगाह में आया था। फरवरी 2016 में, एक बार फिर उसका नाम चर्चा में आया जब थाईलैंड पुलिस ने एक फर्जी पासपोर्ट घोटाले का भंडाफोड़ किया। इस मामले में एक ईरानी नागरिक हामिद रेजा जाफरी और पांच पाकिस्तानियों को गिरफ्तार किया गया।

ये सभी लोग फर्जी यात्रा दस्तावेजों की आपूर्ति और मानव तस्करी में लिप्त पाए गए। उल्लेखनीय है कि जाफरी ब्रिटेन, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड सहित कई देशों में सुरक्षा एजेंसियों की वांछित सूची में था।

जांच में सामने आया कि जाफरी और पांचों पाकिस्तानी नागिरक फर्जी पासपोर्ट का लेन देन करते थे। इन पासपोर्ट्स को खाड़ी देश के नागरिकों को बेचा जाता था, ताकि वे ऑस्ट्रेलिया और यूरोप की यात्रा कर सकें। इस जांच में सामने आया कि पकड़े गए पाकिस्तानी नागरिकों में से एक गोहर जमां के बकर शाह से नजदीकी रिश्ते थे।

थाई सुरक्षा एजेंसी ने शाह को करीबी निगरानी में रखा था, उन्होंने पाया कि उसने बैंकाक में पाकिस्तान दूतावास के अधिकारियों के साथ नियमित संपर्क बनाए रखा और उसके रेस्तरां का इस्तेमाल पाकिस्तानी अधिकारियों के लिए बैठक स्थल के रूप में किया जा रहा था।

रिपोर्ट के अनुसार, शाह का मुख्य काम स्थानीय पुलिस, आव्रजन, सीमा शुल्क और एयरलाइनों में पाकिस्तानियों के लिए संभावित संपत्ति का पता लगाना और चियांग माई और माई सोत क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय के साथ संपर्क बनाना था।

शाह को थाई आव्रजन द्वारा पांच साल के लिए ब्लैकलिस्ट किया गया और 2018 में पाकिस्तान भेज दिया गया। हालांकि, वह सैयद बकर अहमद जाफरी के नाम पर एक नए पासपोर्ट पर आईएसआई के आकाओं की आड़ में थाईलैंड में घुसने में कामयाब रहा। लेकिन, थाईलैंड पुलिस ने उसे फिर से ट्रैक कर लिया और वह फिलहाल हिरासत में है।

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