पाक को सशस्त्र ड्रोन देने वाला है चीन...जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर तैनाती की योजना

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नई दिल्ली, आइएएनएस। पूर्वी लद्दाख में घुसपैठ की कोशिशों में नाकाम रहे चीन ने अब पड़ोसियों के कंधों पर बंदूक रखकर भारत के खिलाफ चालें चलनी शुरू की हैं। चीन अब भारत के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए पाकिस्तान को सशस्त्र ड्रोन के साथ विभिन्न हथियार दे रहा है। सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान अब चीन से लंबी दूरी के मध्यम अक्षांश वाले मानवरहित विमान (यूएवी) यानी ड्रोन हासिल कर रहा है। काई हांग-4 (सीएच-4) नाम के ड्रोन की खेप जल्द पाकिस्तानी सेना का हिस्सा होगी। यही नहीं चीन का पिट्ठू पाकिस्तान इन ड्रोनों को जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर तैनात करने वाला है।
खुफिया सूत्रों के हवाले से समाचार एजेंसी आईएएनएस ने बताया है कि ब्रिगेडियर मुहम्मद जफर इकबाल के नेतृत्व में पाकिस्तानी सेना के दस सदस्य चीन इस रक्षा सौदे की प्रक्रिया की समीक्षा करने गए हैं। चीन की कंपनी एयरोस्पेस लांग मार्च इंटरनेशनल ट्रेड कंपनी (Aerospace Long March International Trade Company, ALIT) की फैक्ट्री में इस पाकिस्तानी दल ने अधिग्रहण के लिए परीक्षण किया। बताया जाता है कि इकबाल पिछले साल दिसंबर में भी एक्सेप्टेंस टेस्ट के लिए चीन गए थे। इन सशस्त्र ड्रोन की पहली खेप पाकिस्तान को चीन से इसी साल मिल जाएगी।
बताया जाता है कि सीएच-4 ड्रोन एक साथ 1200 से 1300 किलो का भार लेकर उड़ान भर सकता है। यह सैटेलाइट कम्यूनिकेशन से भी जुड़ा हुआ है। यह विभिन्न प्रकार के युद्धक उपकरणों से भी लैस है। यह ड्रोन इस समय इराकी सेना के साथ ही रायल जार्डन एयरफोर्स के पास भी है। सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान सीएच-4 ड्रोन को जम्मू और कश्मीर से लगी सीमा पर तैनात करेगा। ताकि वह भारत में अस्थिरता पैदा कर सके। चीन अब भारत के खिलाफ पाकिस्तान की खुलकर मदद कर रहा है।