छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड में वाहनों की बंदरबांट…दो-दो लक्जरी गाड़ी में घुम रहे अपर आयुक्त हर्ष जोशी

Janta se Rishta
3 Sep 2020 6:06 AM GMT
छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड में वाहनों की बंदरबांट…दो-दो लक्जरी गाड़ी में घुम रहे अपर आयुक्त हर्ष जोशी
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यह खबर पूरी तरह जनता से रिश्ता को हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष के नाम मिले पत्र पर आधारित है बोर्ड और सरकार को इस पर संज्ञान लेना चाहिए।

जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के अपर आयुक्त हर्षकुमार जोशी के अनेक काले कारनामों के बीच एक और नया कारनामा उजागर हुआ है। हर्षकुमार जोशी ने छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के दुर्ग जिले में तालपुरी इंटरनेशनल कालोनी में पहले भी भ्रष्टाचार किया था, उसकी अभी जांच एसीबी-ईओडब्ल्यू में चल ही रही है। इसके अलावा बिलासपुर पदस्थापना के दौरान चिल्हाटी और दुर्ग पदस्थापना के समय परसदा में किए गए भ्रष्टाचार की जांच को लेकर कोई कार्रवाई अभी शुरू नहीं हो पाई है। मुख्यमंत्री के गृहग्राम पाटन में बोर्ड के द्वारा निर्मित अटल आवास में गंभीर अनियमितता की शिकायत है। इसका परिणाम यह है कि उक्त भवन आज रहने लायक भी नहीं है। जगह-जगह फाउंडेशन दबने से दिवारों में बड़े-बड़े क्रेक आ गए हैं। जनता से रिश्ता को बोर्ड के अध्यक्ष के नाम एक पत्र मिला है जिसमें शिकायतकर्ता ने हर्ष जोशी के नए कारनामें का जिक्र करते हुए कार्रवाई की मांग की है।

खुद को अलाट कर लिए दो गाड़ी

इन तमाम अनियमितताओं के बाद वाहन प्रभारी के रुप में भी उनके द्वारा भारी अनियमितता और मनमानी करने की जानकारी सामने आई है। खबर है कि छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल में विभिन्न बड़े प्रोजेक्ट्स जिसमें जीएडी का र्का भी शामिल है, में स्थल निरीक्षण और गुणवत्ता नियंत्रण के लिए गाडिय़ों का प्रोविजन रखा गया है, जिसके लिए वर्तमान में करीब 25 गाडिय़ां हाउसिंग बोर्ड में उपलब्ध हैं। बोर्ड के पूर्व आयुक्त भीमसिंह के पदस्थ रहने के दौरान हर्ष जोशी ने स्वत: आग्रह कर वाहन प्रभारी की जिम्मेदारी भी ले ली थी और प्रभार मिलने के बाद उन्होंने वाहनों का बंदरबांट शुरु कर दिया। बोर्ड में अपर आयुक्त जिसका कोई कार्यालय नहीं है तथा जिसके पास कोई स्वतंत्र प्रभार नहीं है और ना कोई स्वतंत्र कार्यालय, जो कमिश्नर के अधीन अन्य स्टाफ के साथ मुख्यालय में सेवा देते हैं वह अपने लिए दो-दो गाड़ी और तीन ड्रायवर रखकर सरकारी पैसे का दुरुपयोग और फिजूलखर्ची कर रहा है। वर्तमान में हर्ष जोशी के पास एक क्रेटा और एक शनि दो गाडिय़ां हैं।

भ्रष्टाचार की खुली छूट…

छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड लगातार अपने कारनामों को लेकर सुर्खियों में रहा है। बोर्ड की अनियमितता और अधिकारियों के भ्रष्टाचार की खबरें लगातार मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुंचती रही हैं। कैग द्वारा कई प्रोजेक्टस में अनियमितताओं जिक्र अपने रिपोर्ट्स में किया गया, कई मामलों में आंतरिक जांच हुई जिसमें अनियमितताएं भी साबित हुई बावजूद आज तक किसी भी मामले में किसी अधिकारी पर न कोई कार्रवाई हुई न मामला दर्ज हुआ। बोर्ड में बतौर अध्यक्ष जो भी काबिज हुआ वह बोर्ड के अधिकारियों की मनमानियों को अपने निजी लाभ के लिए नजरअंदाज करते रहे। पूववर्ती सरकार में मंत्री के संरक्षण में जहां बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स लाए गए जिसमें अधिकारियों ने खुलेआम भ्रष्टाचार किए। सरकार बदलने के बाद भी बोर्ड की गतिविधियां उसी ढर्रे पर है, अनियमितताओं की खबरें लगातार मीडिया में प्रकाशित होने के बाद भी नहीं सरकार ने और न ही बोर्ड के कमिश्नर ने उसे गंभीरता से नहीं लिया। बोर्ड में पदस्थ कमिश्नर और विभागीय सचिव भी अनियमितताओं की जांच से बचते रहे। मीडिया में खुलासे ही नहीं कर्मचारी संगठन की शिकायतों पर भी कभी कोई कार्रवाई नहीं की गई।

पनारिया के पास भी इनोवा और क्रेटा

अपर आयुक्त श्री पनारिया जो बिलासपुर मे पदस्थ होने के बावजूद नया रायपुर कमिश्नर कार्यालय में ही जमे रहते हैं उनके पास भी एक इनोवा और एक क्रेटा दो गाड़ी है जो वाहन प्रभारी के तौर पर हर्ष जोशी ने आवंटित किया है। जानकारी के अनुसार मुख्यालय में पदस्थ वरिष्ठ लेखाधिकारी जो किसी फील्ड में दौरे पर नहीं जाता और ठेकेदारों से आफिस में बैठे-बैठे कमीशन उगाही में लिप्त रहते हैं, उसको भी वाहन प्रभारी हर्ष जोशी द्वारा इनोवा क्रिस्टा नाम से चमचमाती गाड़ी आबंटित कर प्रलोभित किया गया है ताकि उनके तमाम आर्थिक अनियमितताओं पर परदा पड़ा रहे। बोर्ड में काबिज कई अधिकारियों के खिलाफ लगातार अनियमितता और भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही हैं। मीडिया लगातार इन अनियमितताओं और अधिकारियों की मनमानियों को बोर्ड और सरकार के संज्ञान में लाते रहा है बावजूद अधिकारी बेलगाम और बेखौफ होकर अपनी कारगुजारियों को अंजाम देकर एशो-आराम में लिप्त हैं। बोर्ड के अध्यक्ष और कमिश्नर को इसे संज्ञान में लेते हुए अधिकारियों की निरंकुशता और मनमानियों पर लगाम लगाना चाहिए।

वर्तमान आयुक्त को चाहिए लिखित शिकायत…

बोर्ड में हाल ही में पदस्थ आयुक्त आयाज ताम्बोली ने अनियमतिताओं की जांच कराए जाने के संबंध में कहा है कि मीडिया के खुलासे से नहीं बल्कि लिखित शिकायत मिले तो वे अनियमितता की शिकायतों पर जांच के बारे में सोचेंगे। दरअसल जनता से रिश्ता ने पिछले एक साल में हाउसिंग बोर्ड की अनियमतिताओं को लेकर लगातार खुलासे किए। अखबार के संवाददाता ने कमिश्नर से पूछा था कि इन अनियमितताओं को लेकर क्या कार्रवाई की जा रही है, तब उन्होंने उक्त बातें कही। मीडिया का काम किसी मामले में शिकायत दर्ज कराने का नहीं है अपितु वह जनता और सरकार की हितों को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों को उजागर करने और संबंधित संस्थानों और सरकार के संज्ञान में लाने का काम करती है। सरकार और संबंधित संस्थान ऐसी खुलासों को स्वत: संज्ञान में लेकर सच्चाई को सामने लाने का काम करती हैं। लेकिन इसके लिए जवाबदेही समझने और ईमानदार प्रयास की जरूरत होती है।

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