विज्ञान

Asteroid: मिस्र के पिरामिड से दोगुने आकार का क्षुद्रग्रह...तेज गति से आ रहा पृथ्वी की ओर...जानें कितना है खतरनाक

Janta se Rishta
2 Sep 2020 5:09 AM GMT
Asteroid: मिस्र के पिरामिड से दोगुने आकार का क्षुद्रग्रह...तेज गति से आ रहा पृथ्वी की ओर...जानें कितना है खतरनाक
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पृथ्वी के पास से क्षुद्रग्रहों के गुजरने पर सभी की इस पर नजर रहती है. हर महीने कुछ क्षुद्रग्रह पृथ्वी के पास से गुजरते ही हैं. लेकिन इस बार सितंबर के पहले ही सप्ताह में कुछ क्षुद्रग्रह पृथ्वी की ओर आने से चर्चा में हैं. नासा सहित दुनिया भर के खगोलविदों की इन क्षुद्रग्रहों पर नजर है. इनमें से एक मिस्र के पिरामिड के आकार से भी बहुत बड़ा है.

बहुत तेज गति से आ रहा है यह
इस सप्ताह गुजरने वाले क्षुद्रग्रहों में से कोई भी पृथ्वी को नुकसान पहुंचाने वालों में ले नहीं है. लेकिन फिर भी खगोलविद इन पर निगाहें जमाएं हैं और ये अपने आप में अहम भी हैं. 465824 (2010 FR) नाम का क्षुद्रग्रह बहुत ही तेज गति से पृथ्वी की ओर आ रहा है. इसकी गति 14 किलोमीटर प्रति सेकंड की है जो उच्च पराध्वनिक गति से भी अधिक है.

कब गुजरेगा पृथ्वी के पास से ये
यह पृथ्वी के पास से 6 सितंबर को गुजरेगा. इस अपोलो क्लास का क्षुद्रग्रह करार दिया है क्योंकी यह पृथ्वी की कक्षा के अंदर से गुजरेगा. इस क्षुद्रग्रह की एक और खास बात है. नासा के वैज्ञानिकों के मुताबिक यह क्षुद्रग्रह मिस्र के गीजा पिरामिड के आकार से दो गुना ज्यादा है. इसका आकार 120 से 270 के व्यास का बताया जा रहा है. इस क्षुद्रग्रह से फिलहाल कोई खतरा नहीं है.

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NEO श्रेणी का क्षुद्रग्रह
नासा ने इस नियर अर्थ ऑब्जेक्ट की क्लास का क्षुद्रग्रह बताया है. ऐसे पिंड वे धूमकेतु या क्षुद्रग्रह होते हैं जो हमारे सूर्य से 1.3 एस्ट्रोनॉमिकल यूनिट की दूरी के अंदर आ सकते हैं. एस्ट्रोनॉमिकल यूनिट दूरी की एक खगोलीय ईकाई है जो सूर्य और पृथ्वी के बीच की औसत दूरी होती है.

क्या होते हैंNEO
नासा के मुताबिक नियर अर्थ ऑब्जेक्ट शब्द उन पिंडों के लिए जो ग्रहों के आसपास आकर उनके गुरुत्वाकर्षण बल से प्रभावित हो जाते हैं और उन ग्रहों की कक्षा के अंदर तक चले जाते हैं. इस लिहाज से आमतौर पर केवल धूमकेतु और क्षुद्रग्रह ही इसकी श्रेणी में आते हैं.

Asteroid

यह हाल ही में गुजरा है पृथ्वी के पास से
वहीं मंगलवार को ही 2011ES4 क्षुद्रग्रह गुजरा जिसकी दूरी पृथ्वी और चंद्रमा से भी कम थी. लेकिन फिर इसने भी किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचाया. 2011ES4 बहुत ही दिलचस्प इस मायने में है यह अगले एक दशक तक पृथ्वी के सबसे पास से गुजरने वाला क्षुद्रग्रह है. यह हर 9 साल में एक बार पृथ्वी के पास आता है. नासा के आंकड़ों के मुताबिक 2011 ES4 साल1987 के बाद से 8 बार पृथ्वी के पास से गुजरा है.

क्या खतरनाक होते हैं क्षुद्रग्रह
आमतौर पर क्षुद्रग्रहों से पृथ्वी से कोई खतरा नहीं होता है, लेकिन सौरमंडल के ग्रहों और सूर्य का गुरुत्वाकर्षण बल इन्हें प्रभावित कर सकता है. इसीलिए इनका अध्ययन किया जाता है. इसके अलावा इनके अध्ययन से वैज्ञानिकों को हमारे सौरमंडल के बारे में भी जानकारी मिलने की उम्मीद होती है क्योंकि इन वे तत्व होते हैं जिनका निर्माण हमारे सौरमंडल के निर्माण के समय हुआ था.

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