शिमला। केंद्र सरकार द्वारा हिट एंड रन को लेकर नया कानून पारित किए जाने के विरोध में धीरे-धीरे ट्रक यूनियनें आगे आने लगी हैं। इसी कड़ी में हिमाचल युवा कांग्रेस ने भी ऑयल टैंकर यूनियन की हड़ताल का समर्थन करते हुए केंद्र सरकार से कानून में जल्द संशोधन की मांग की है। युवा कांग्रेस ने …
शिमला। केंद्र सरकार द्वारा हिट एंड रन को लेकर नया कानून पारित किए जाने के विरोध में धीरे-धीरे ट्रक यूनियनें आगे आने लगी हैं। इसी कड़ी में हिमाचल युवा कांग्रेस ने भी ऑयल टैंकर यूनियन की हड़ताल का समर्थन करते हुए केंद्र सरकार से कानून में जल्द संशोधन की मांग की है। युवा कांग्रेस ने भी केंद्र सरकार के उस फैसले का विरोध किया है, जिसके तहत हिट एंड रन के केस में वाहन चालक पर 7 लाख रुपए तक का जुर्माना और 10 साल तक कैद का प्रावधान किया गया है। इस प्रावधान का ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट कांग्रेस भी विरोध कर चुकी है। युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नेगी निगम भंडारी ने रविवार को शिमला में अनौपचारिक बातचीत में कहा कि केंद्र सरकार जबरन कानून थोपने का प्रयास न करे।
केंद्र सरकार के इस नए कानून का देश की समस्त ट्रक यूनियनें विरोध कर रही हैं और ऑयल टैंकर यूनियन हड़ताल पर जा चुकी है। इसके चलते अभी से मार्कीट में तेल की कमी हो गई है। निगम भंडारी ने कहा कि हिट एंड रन के केसों में कड़े कदम उठाने की जरूरत जरूर है लेकिन जो कानून लाया गया है उसमें कई सारी खामियां हैं, जिन पर दोबारा सोचने की जरूरत है। युकां प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में एक बड़ा योगदान परिवहन क्षेत्र और ट्रक चालकों का भी है और यह कानून स्टेकहोल्डर की बिना सहमति और बिना किसी परामर्श के लाया गया है। ऐसे में केंद्र सरकार इसके संशोधन को लेकर जल्द प्रभावी कदम उठाए। नेगी निगम भंडारी ने कहा कि ऑप्रेटरों की हड़ताल से सप्लाई समेत दामों पर सीधा असर पड़ेगा। प्रदेश में पर्यटन सीजन में भी अभी तक डेढ़ लाख से अधिक वाहन यहां पहुंच चुके हैं और ऑयल की सप्लाई बाधित होने से पर्यटकों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि चंद पूंजीपतियों को खुश करने के लिए केंद्र सरकार मेहनती और गरीब तबके को कुचलने का काम कर रही है।