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हरियाणा की हिस्सेदारी बहाल करने के लिए करेंगे सर्वसहमति बनाने का प्रयास

24 Dec 2023 6:26 AM GMT
हरियाणा की हिस्सेदारी बहाल करने के लिए करेंगे सर्वसहमति बनाने का प्रयास
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चंडीगढ़। हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की उस घोषणा का स्वागत किया है, जिसमें उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय में हरियाणा की हिस्सेदारी बहाल करने की दिशा में गंभीर प्रयास करने घोषणा की है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शनिवार को पंजाब विश्वविद्यालय में आयोजित ग्लोबल एलुमनी मीट 2023 में यह घोषणा …

चंडीगढ़। हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की उस घोषणा का स्वागत किया है, जिसमें उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय में हरियाणा की हिस्सेदारी बहाल करने की दिशा में गंभीर प्रयास करने घोषणा की है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शनिवार को पंजाब विश्वविद्यालय में आयोजित ग्लोबल एलुमनी मीट 2023 में यह घोषणा की है। वे पंजाब विश्वविद्यालय के कुलपति भी हैं। उपराष्ट्रपति एवं पंजाब विश्वविद्यालय के कुलपति जगदीप धनखड़ ने शनिवार को ग्लोबल एलुमनी मीट को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा पूर्व में इस विश्वविद्यालय में हिस्सेदार रहा है। इस प्रदेश के अनेक कॉलेज पीयू से संबंधित रहे हैं। हरियाणा की हिस्सेदारी को पुन: बहाल करने की दिशा में वे सर्वसहमति बनाने का प्रयास करेंगे। इस मामले में उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री से भी सकारात्मक सहयोग का भरोसा जताया। गौरतलब है कि ज्ञान चंद गुप्ता इस विश्वविद्यालय में हरियाणा की हिस्सेदारी बहाल करने के लिए लंबे समय से मांग कर रहे थे।

इसको लेकर वे पूर्व उपराष्ट्रपति एवं विश्वविद्यालय के कुलपति एम. वेंकैया नायडू, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पंजाब के राज्यपाल से अनेक बार मुलाकात करने के साथ-साथ लंबा पत्राचार भी कर चुके हैं। उनकी मांग रही है कि पीयू में पंचकूला समेत हरियाणा के निकटवर्ती जिलों के कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को पंजाब की तर्ज पर दाखिले में कोटा मिलना चाहिए। गत वर्ष देश के तत्कालीन उपराष्ट्रपति एवं पंजाब विश्वविद्यालय के कुलपति एम. वेंकैया नायडू चंडीगढ़ आए थे। तब भी विस अध्यक्ष ने पंजाब राजभवन पहुंच उनके विशेष भेंट कर हरियाणा के लिए नई विधान सभा और पंजाब विश्वविद्यालय में हिस्सा दिलवाने की मांग की थी। उप-राष्ट्रपति ने दोनों मांगों पर सहमति जताई थी। इससे पहले 2017 में गुप्ता इस मामले को तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के सम्मुख उठा चुके हैं। इतना ही नहीं वे उपराष्ट्रपति और केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र भी लिख चुके हैं। विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने शनिवार को उपराष्ट्रपति एवं पंजाब विश्वविद्यालय के कुलपति जगदीप धनखड़ की ओर से ग्लोबल एलुमनी मीट में की गई घोषणा को ऐतिहासिक निर्णय बताया। उन्होंने कहा कि इस घोषणा से हरियाणा के युवाओं को उनका हक मिलेगा तथा उनके हितों की रक्षा हो सकेगी।

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