धर्मशाला। दिल्ली संसद में हुई घटना के बाद हिमाचल विधानसभा के शीत सत्र में इस बार सुरक्षा प्रबंधों को कड़ा किया जा रहा है। विधानसभा परिसर के गेट में एंट्री से लेकर दर्शकदीर्घा तक 4-5 लेयर में सुरक्षा प्रबंधों को सख्त किया जाएगा। इसमें दर्शकों के एंट्री पास गेट पर ही नहीं बल्कि परिसर में …
धर्मशाला। दिल्ली संसद में हुई घटना के बाद हिमाचल विधानसभा के शीत सत्र में इस बार सुरक्षा प्रबंधों को कड़ा किया जा रहा है। विधानसभा परिसर के गेट में एंट्री से लेकर दर्शकदीर्घा तक 4-5 लेयर में सुरक्षा प्रबंधों को सख्त किया जाएगा। इसमें दर्शकों के एंट्री पास गेट पर ही नहीं बल्कि परिसर में भी चैक किए जाएंगे। साथ ही इस बार दर्शकों के विधानसभा के पास काऊंटर पर पास बनने के साथ ही इसकी सूचना गेट पर तैनात पुलिस कर्मियों तक भी पहुंचाई जाएगी। जिससे कि एंट्री पास लेकर विधानसभा परिसर में प्रवेश करने वालों की पूरी जानकारी गेट पर भी उपलब्ध रहेगी। साथ ही दर्शक दीर्घा में बैठने वालों की भी जानकारी पुलिस के पास रहेगी। वहीं, परिसर में मंत्रियों के कमरों तक फरियाद लेकर अथवा मिलने पहुंचने वालों के पास भी पुलिस जवानों द्वारा जांचे जाएंगे। विधानसभा के शीत सत्र के दौरान सुरक्षा प्रबंधों को लेकर शनिवार को आई.जी. इंटैलीजैंस संतोष पटियाल, डी.आई.जी. अभिषेक दुल्लर और एस.पी. कांगड़ा सहित अन्य अधिकारियों की बैठक भी आयोजित की गई। इतना ही नहीं शनिवार शाम को पुलिस अधिकारियों ने विधानसभा का भी दौरा कर सुरक्षा प्रबंधों को जांचा।
विधानसभा सदन के प्रवेश द्वारों पर सीसीटीवी कैमरे स्थापित होंगे। वहीं, परिसर और आसपास के क्षेत्र में ड्रोन से नजर रखी जाएगी। विस में स्थापित होने वाले कंट्रोल रूम में तैनात पुलिस स्टाफ के सदस्य सदन में भीतर प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति पर नजर रखेंगे। इसके अलावा मंत्री व विधायकों के वाहनों में केवल वह और उनके चालक ही भीतर आ सकेंगे। विधानसभा के शीत सत्र के लिए करीब 1 हजार पुलिस जवान अधिकारी रविवार को धर्मशाला पहुंच जाएंगे। यह पुलिस जवान-अधिकारी शहर से लेकर विधानसभा परिसर तक सुरक्षा व यातायात का जिम्मा संभालेंगे। पुलिस जवानों को रविवार दोपहर बाद ड्यूटी ब्रीफ की जाएगी। इसके बाद 18 दिसम्बर से पुलिस जवान व अधिकारी अपनी ड्यूटी वाले स्थानों पर तैनात हो जाएंगे। एस.पी. कांगड़ा शालिनी अग्रिहोत्री का कहना है कि विधानसभा में 4 से 5 लेयर में सुरक्षा प्रबंध किए जा रहे हैं। सुरक्षा को लेकर कड़े प्रबंध रहेंगे। सदन में एंट्री उन्हीं को मिलेगी जिनकी सूची पुलिस के पास होगी। सुरक्षा के लिहाज से सभी प्रबंध किए गए हैं।