जनता से रिश्ता वेबडेस्क |दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) की लुटियंस दिल्ली के लिए खास नर्सरी बनाने (Unique Nursery) के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर फिलहाल पानी फिर गया. दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने खास नर्सरी विकसित करने के लिए 25 एकड़ जमीन आवंटित की थी, इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट (Ambitious Project) के तहत लकड़ी के कंटेनरों में "दूसरी पीढ़ी" के पौधों को विकसित करने और बेकार पेड़ों की जगह पर उन्हें ट्रांसप्लांट (TransPlant) किया जाना था.
एनडीएमसी (NDMC) को नर्सरी के लिए सराय काले खां के पास वाली जमीन ठीक नहीं लग रही थी. दरअसल नर्सरी (Nursery) के लिए आवंटित जमीन यमुना नदी (Yamuna River) से करीब से 100 मीटर की दूरी पर थी. दिल्ली में थोड़ी सी बारिश से भी यमुना का पानी नर्सरी की जमीन पर बाड़ जैसी स्थिति पैदा कर देता, जिससे लकड़ी के कंटेनरों में पौधों की जड़ें खराब हो जातीं. अधिकारियों ने कहा कि कंटेनरों में पौधे उगाने के लिए यह जमीन उपयुक्त नहीं थी, क्योंकि पोधों की जड़ें ज्यादा दिनों तक पानी में डूबी रहने के बाद खराब हो जाएंगी.
यमुना के पानी से पौधों की जड़ें सड़ने की थी आशंका
एनडीएमसी (NDMC) के अधिकारियों ने कहा कि यह साइट पौधे लगाने के लिए अच्छी थी, लेकिन कंटेनरों में पौधे उगाने वाली नर्सरी के लिए काफी दुविधा भरी थी. दो-तीन दिन जगह का दौरा करने के बाद फैसला लिया गया कि यह जमीन कंटेनरों में पौधे उगाए जाने के लिए सही नहीं है, क्यों कि बारिश के दिनों में पानी भरने से सभी पौधों की जड़ें सड़ जाएंगी.
फिलहाल रोका गया अनूठी नर्सरी बनाने का प्रोजेक्ट
अधिकारी ने कहा कि इस जमीन पर नर्सरी न बनाने का फैसला मॉनसून के दौरान साइट का मुआयना करने के बाद लिया गया, इसीलिए इस महत्वाकांक्षी परियोजना को फिलहाल रोक दिया गया है. उन्होंने कहा कि अभी गैर आधिकारिक रूप से डीडीए को इस बात की जानकारी दी गई है, जल्द ही उनसे आधिकारिक तौर पर इसके वैकल्पिक सुझाव मांगे जाएंगे.