भारत

उत्तराखंड संकट: विधायक दल की बैठक में तय होगा अगले मुख्यमंत्री का नाम, CM की रेस में शामिल ये 5 चेहरे

HARRY
10 March 2021 1:34 AM GMT
उत्तराखंड संकट: विधायक दल की बैठक में तय होगा अगले मुख्यमंत्री का नाम, CM की रेस में शामिल ये 5 चेहरे
x

फाइल फोटो 

इन चेहरों को लेकर चर्चा तेज

देहरादून. उत्तराखंड में सरकार के चार साल पूरे होने से ठीक नौ दिन पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (CM Trivendra Singh Rawat) के इस्तीफा देने के बाद अब उनकी जगह कौन लेगा इसको लेकर चर्चा तेज हो गई है. बुधवार को सुबह 10 बजे बीजेपी प्रदेश कार्यालय में विधानमंडल दल की मीटिंग बुलाई गई है. विधायक दल की आज बैठक होगी जिसमें नए सीएम के नाम का ऐलान किया जाएगा. मीटिंग में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह, परदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम , सह प्रभारी रेखा वर्मा, सभी विधायक और सांसद मौजूद रहेंगे.

अभी तक की चर्चाओं में सियासी गलियारों में उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत का नाम सबसे आगे चल रहा है. कयासों ने तब जोर पकड़ा जब धन सिंह रावत को लाने के लिए स्पेशयली श्रीनगर हेलीकॉप्टर भेजा गया. धन सिंह रावत मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के करीबी माने जाते हैं और सांगठनिक कौशल के माहिर माने जाते हैं. रावत एबीवीपी से लेकर बीजेपी में संगठन मंत्री तक रहे हैं. सरकार के किसी भी नीतिगत निर्णय में उनकी राय शामिल होती थी. वे पहली बार श्रीनगर विधानसभा से जीतकर आए और सरकार में मंत्री बने. मौजूदा समय में जातिगत समीकरणों में भी रावत फिट बैठते हैं. एक बात है जो उनकी पक्ष में नहीं जाती वो है उनका पहली बार विधायक होना. अनुभव की कमी जरूर उनके राह में आड़े आ सकती है.
दूसरा नाम आता है सरकार में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का. महाराज आरएसएस के सीनियर लीडर्स के भी चहेते माने जाते हैं हरीश रावत सरकार में बगावत कर बीजेपी का दामन थामने वाले महाराज सबसे पहले नेता थे. जातिगत समीकरण से भी फिट बैठते हैं. उनकी दावेदारी का माइनस पॉइंट यह है कि वह कांग्रेसी मूल के हैं.
तीसरा नाम केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का नाम भी चर्चाओं में है. निशंक राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भी रहे हैं. वर्तमान में वे हरिद्वार से सांसद हैं. निशंक की संघ और पार्टी दोनों में अच्छी पकड़ है. उत्तराखंड में भी उनका अच्छा खासा प्रभाव है.
नैनीताल से सांसद अजय भट्ट का नाम भी उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में चर्चाओं में है. चूंकि, इस पूरे प्रकरण में नाराजगी सबसे अधिक कुमाऊ क्षेत्र के विधायकों की रही है. ऐसे में चर्चा है कि बीजेपी इस बार उत्तराखंड की कमान कुमाऊ क्षेत्र से आने वाले किसी नेता को सौंप सकती है. ऐसे में अजय भट्ट सबसे कद्दावर नेता हैं. वे लंबे समय तक प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं.
बीजेपी में प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट भी हाईकमान की लिस्ट में हो सकता है. भट्ट इससे पहले हरियाणा बीजेपी में दस साल तक महामंत्री संगठन जैसे महत्वपूर्ण पद पर रहे हैं. वे उत्तराखंड के कुमाउ के रहने वाले हैं. संघ की पृष्ठिभूमि से हैं. उत्तराखंड में प्रदेश बीजेपी में डेढ़ साल तक महामंत्री का पद सुरेश भट्ट के लिए खाली रखा गया था. ऐसे में सुरेश भट्ट भी आलाकमान की पसंद हो सकते हैं. उनके नाम पर संघ भी हरी झंडी दे सकता है.
इधर महाराष्ट्र के राज्यपाल एवं उत्तराखंड के पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी के नाम की भी चर्चा है. बीजेपी यदि किसी नए मेंबर को सीएम के तौर पर उतारती है तो उसे चुनाव में भी दिक्कत नहीं होगी. वैसे भी सल्ट विधानसभा में उपचुनाव होने हैं. ऐसी सूरत में बीजेपी इस सीट से चुनाव लड़ सकती है.


HARRY

HARRY

    Next Story