हिंदू धर्म में किसी भी कार्य को शुभ दिन, शुभ तिथि, शुभ मुहूर्त आदि को देखकर किया जाता है. इन सभी चीजों के बारे में पता लगाने के लिए पंचांग(Panchang)की आवश्यकता पड़ती है. जिसके माध्यम से आप आने वाले दिनों के शुभ एवं अशुभ समय के साथ सूर्योदय, सूर्यास्त, चन्द्रोदय, चन्द्रास्त, ग्रह, नक्षत्र आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हें. आइए पंचांग के पांच अंगों – तिथि, नक्षत्र, वार, योग एवं करण के साथ राहुकाल, दिशाशूल(Dishashool), भद्रा(Bhadra), पंचक(Panchank), प्रमुख पर्व आदि की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करते हैं.
हिंदू धर्म में किसी काम को करने से पहले शुभ-अशुभ देखा जाता है। पंंचांग के अनुसार किसी भी कार्य को भद्रा और राहुकाल के दौरान करने से बचना चाहिए, अन्यथा उसमें अड़चन आती है। पंचांग के अनुसार आज शुक्रवार को भद्रा रात्रि 10:06 बजे से लेकर 19 नवंबर 2022 को प्रात:काल 10:29 बजे तक और राहुकाल प्रात:काल 10:46 से दोपहर 12:06 बजे तक रहेगा। ऐसे में किसी भी शुभ और मांगलिक कार्य को करते समय इसका विशेष ख्याल रखें।
पंचांग के अनुसार भद्रा और राहुकाल के साथ व्यक्ति को दिशाशूल का भी विशेष ख्याल रखना चाहिए। पंचांग के अनुसार आज शुक्रवार को पश्चिम दिशा में दिशाशूल रहता है, ऐसे में आज इस दिशा में जाने से बचना चाहिए। यदि जाना बहुत जरूरी हो तो व्यक्ति को पश्चिम दिशा की यात्रा के लिए घर से निकलते समय जौ खाकर निकलना चाहिए। इस उपाय को करने से दिशा दोष से बचाव होता है।