x
पढ़े पूरी खबर
महोबा: यूपी में एक बार फिर पुलिस द्वारा थर्ड डिग्री का मामला सामने आया है। पुलिस ने एक युवक की बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे उसके कान के पर्दे फट गए। कान के पर्दे फट जाने से युवक बहरा हो गया। युवक ने इसकी शिकायत मानवाधिकार आयोग से की तो जांच बैठ गई। मानवाधिकार आयोग की जांच में दारोगा समेत छह पुलिसकर्मी दोषी पाए गए, जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
मामला यूपी के महोबा का है। श्रीनगर थाना क्षेत्र के पवा गांव निवासी भारत सिंह ने मानवाधिकार आयोग को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि दो अप्रैल 2022 को वह घर पर था तभी प्रधान पति हरिओम राजपूत श्रीनगर थाना में तैनात दरोगा सुरेन्द्र नाथ, सिपाही उपेन्द्र, सिपाही रोहित और सिपाही राजीव यादव आए और मारपीट कर जबरन थाने ले आए। पीड़ित ने बताया कि यहां थाने लाकर पुलिस ने उसे थर्ड डिग्री दी। तत्कालीन थानाध्यक्ष अनिल कुमार ने मारपीट करते हुए उस पर गर्म चाय डाल दी। पुलिस कर्मियों का जब इतने से भी मन नहीं भरा तो उसके कान में नुकीला तार डाल दिया जिससे कान के पर्दे फट गए। इसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई।
पीड़ित ने बताया कि पुलिस तीन अप्रैल 2022 को उसे जिला अस्पताल उपचार कराने के लिए लेकर आई जहां डॉक्टरों ने हालत नाजुक होने पर मेडिकल कॉलेज झांसी रेफर कर दिया, लेकिन पुलिस कर्मी कानपुर लेकर गए और मनमाने तरीके से उपचार कराया। पुलिस द्वारा गर्म चाय शरीर में डालने से शरीर में छाले पड़ गए। मामले को गंभीरता से लेते हुए मानवाधिकार आयोग ने मामला दर्ज करने के निर्देश दिए।
आयोग के निर्देश पर थाना प्रभारी अनिल कुमार, प्रधानपति हरिओम उर्फ पप्पू, उपनिरीक्षक सुरेन्द्र नाथ, सिपाही उपेन्द्र, सिपाही रोहित, राजीव यादव के खिलाफ जानलेवा हमले सहित संगीन धाराओं में केस दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी दिनेश तिवारी ने बताया कि मानवाधिकार आयोग के निर्देश पर मामला दर्ज करते हुए छानबीन शुरू कर दी गई है। विवेचना उप निरीक्षक शिव स्वरूप सिंह को सौंपी गई है।
थाना प्रभारी को किया गया था निलंबित
थर्ड डिग्री के आरोपों के बाद मामला सुर्खियां बना तो पुलिस अधीक्षक सुधा सिंह ने थाना प्रभारी अनिल कुमार को निलंबित कर दिया था जबकि दरोगा सहित तीन सिपाहियों को भी लाइन हाजिर किया गया था। पुलिस अधीक्षक की कार्रवाई के बाद पीड़ित ने मानवाधिकार आयोग में तहरीर दी जिस पर कार्रवाई की गई।
Next Story