दरअसल, सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इथेनॉल और बिजली के यूज पर जोर देते हुए अपना नया फॉर्मूला जनता के सामने रखा, जिससे पेट्रोल की तुलना में खर्चा कम आएगा।
नितिन गडकरी ने कहा कि "हमारी सरकार की सोच है कि किसान ना केवल 'अन्नदाता' बनें, बल्कि 'ऊर्जादाता' भी बनेगा। उन्होंने कहा कि इसलिए मैं अगस्त महीने में टोयोटा कंपनी की गाड़ियों को लॉन्च कर रहा हूं। ये सभी गाड़ियां किसानों की ओर से तैयार किए गए इथेनॉल पर चलेंगी।
उन्होंने आगे कहा कि 60 फीसदी इथेनॉल और 40 फीसदी बिजली, उसका एवरेज पकड़ा जाएगा तो 15 रुपये लीटर पेट्रोल का भाव होगा। जनता का भला होगा, किसान ऊर्जादाता बनेगा, देश का प्रदूषण कम होगा। इंपोर्ट कम होगा। 16 लाख करोड़ का इंपोर्ट है, उसके बजाए ये पैसा किसानों के घर में जाएगा।
आपको बता दें कि नितिन गडकरी अगले महीने टोयोटा कंपनी की इनोवा कार को लॉन्च करने वाले हैं, जिसमें 100 फीसदी फ्लेक्स फ्यूल इंजन होगा, और ये 100 फीसदी इथेनॉल से चलेगी।
मालूम हो कि एथेनॉल एक कृषि अवशेष है जो मुख्य रूप से गन्ने से प्राप्त होता है। इसके अलावा यह चावल की भूसी या मक्का जैसे अन्य स्रोतों से भी मिलता है। वर्तमान में वाहन को चलाने वाले पेट्रोल में दस फीसदी एथेनॉल का उपयोग किया जाता है।