भारत
बाइक दुर्घटना में घायल महिला को बताया मृत, जिंदा महिला का होने वाला था पोस्टमॉर्टम, पति ने खोल दी डॉक्टरों की पोल
jantaserishta.com
26 Feb 2022 2:36 PM GMT
x
बड़ी खबर
मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल अंचल के सबसे बड़े अस्पताल जयारोग्य चिकित्सालय समूह में चिकित्सकों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां डॉक्टरों ने एक 31 वर्षीय जीवित महिला को मृत घोषित कर दिया. इतना ही नहीं महिला को पोस्टमॉर्टम के लिए मॉर्चुरी में भी शिफ्ट कर दिया. मॉर्चुरी में महिला के पति ने जब उसकी नब्ज टटोली तो पता लगा कि महिला जिंदा थी.
उत्तर प्रदेश के महोबा निवासी निरपत सिंह राजपूत ने बताया कि दो दिन पहले उनकी पत्नी जामवती का बाइक से एक्सीडेंट हो गया था. उन्होंने उसे झांसी में प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया था. गुरुवार को डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए उसे ग्वालियर रेफर कर दिया. गुरुवार रात वे जामवती को लेकर ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल पहुंचे. यहां उन्होंने ट्रॉमा सेंटर मर जामवती को भर्ती कराया.
डॉक्टरों ने इसके अगले दिन यानी शुक्रवार शाम करीब साढ़े चार बजे जामवती को मृत घोषित कर दिया. हैरानी की बात यह है कि डॉक्टरों ने ईसीजी किए बिना ही उसे मृत घोषित कर दिया था. इतना ही नहीं जिंदा महिला को मृत बताकर उसका शव पोस्टमॉर्टम के लिए मॉर्चुरी में भी भेज दिया. हालांकि, पति को डॉक्टरों की बात पर भरोसा नहीं हो रहा था और संतुष्टि के लिए मॉर्चुरी में जाकर उन्होंने महिला की नब्ज चेक की.निरपत ने बताया कि जब उन्होंने अपनी पत्नी के सीने पर हाथ रखा तो पाया कि उसकी धड़कनें चल रही थीं. उन्होंने यह बात अपने परिजनों को बताई. इसके बाद ट्रॉमा सेंटर में हंगामा मच गया. तब जाकर डॉक्टरों ने दोबारा इलाज दोबारा शुरू किया. वहीं, परिजनों ने इस मामले में जांच की गुहार लगाई है. लिहाजा जयारोग्य अस्पताल के अधीक्षक ने भी मामले पर एक्शन लिया है. अधीक्षक डॉ. आरकेएस धाकड़ ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है. जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों पर कार्रवाई की बात कही गई है.
jantaserishta.com
Next Story