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उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक महिला ने आरोप लगाया है कि एक वकील ने पति को जमानत दिलाने के नाम अपने दोस्तों के साथ उसके साथ गैंगरेप किया. पीड़िता ने बताया कि पुलिस से इंसाफ नहीं मिलने पर उसने गुरुवार को मीडिया से अपना दर्द बयां किया. अगर इंसाफ नहीं मिल सकता तो उसे फांसी ही दे दिया जाए. हालांकि, नोएडा पुलिस ने अपनी जांच में कहा है कि महिला के साथ ऐसी कोई वारदात नहीं हुई है
जानकारी के मुताबिक, फरीदाबाद की रहने वाली महिला का पति चोरी के जुर्म में जेल में बंद था. उसकी जमानत करवाने के लिए वह सूरजपुर कोर्ट के वकील से मिली. महिला का कहना है कि आरोपी वकील अपने तीन दोस्तों के साथ उसे जमानती से मिलवाने के नाम पर एक खंडहर मकान में ले गया और उससे सामूहिक दुष्कर्म किया. वारदात के बाद देर रात सुनसान गोल चक्कर पर छोड़कर ये लोग फरार हो गए. महिला ने आरोपियों के खिलाफ थाना सेक्टर-20 और बिसरख में शिकायत दर्ज कराई थी.
पीड़िता का कहना है कि वह चार महीनों से अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काट रही है, लेकिन अब तक उसे इंसाफ नहीं मिल पाया है. नोएडा पुलिस मामले में टालमटोल कर रही है. मेरे पास आरोपियों का ऑडियो रिकॉर्डिंग भी है, जिसमें वह खुद गलती मान रहा है. फिर भी अब तक न्याय नहीं मिल पाया है. इसी वजह से मुझे मीडिया के सामने आना पड़ा.
इस मामले में नोएडा पुलिस ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि पीड़िता ने कथित दुष्कर्म के सात महीने बाद 12 अक्टूबर 2021 को महिला थाना बल्लभगढ़, फरीदाबाद में जीरो FIR दर्ज कराई थी. इस एफआईआर में घटनास्थल जनपद गौतमबुद्धनगर और 6 मई 2021 व 15 मई 2021 का जिक्र है. इस आधार पर बिसरख थाने की महिला सुरक्षा इकाई ने मामले की जांच शुरू की. जांच को दौरान गैंगरेप की पुष्टि नहीं हुई. 29 जुलाई को इसको लेकर पुलिस की ओर से आखिरी रिपोर्ट जारी कर दी गई.
जांच में यह भी सामने आया है कि महिला के पति पर कई मुकदमे दर्ज हैं. मुख्य आरोपी पेशे से वकील है. अपने पति की जमानत कराने के लिए महिला का मुख्य आरोपी से संपर्क हुआ था. बेल कराने की फीस को लेकर ही उसका आरोपियों से विवाद हुआ, जिसके चलते संभवत: उसने आरोप लगाया. इस मामले में बिसरख पुलिस सारी कार्रवाई कर चुकी है.
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