मुंबई: महाराष्ट्र में गोलीबारी की घटना थमने का नाम नहीं ले रही है. मुंबई के बाद इस बार सांस्कृतिक राजधानी कहे जाने वाले पुणे एक बार फिर गोलीबारी हुई है. यह घटना पुणे के औंध इलाके में हुई. पुलिस के अनुसार पुणे में वित्तीय विवाद के चलते यह गोलीबारी हुई है. गोली चलाने वाले आरोपी …
मुंबई: महाराष्ट्र में गोलीबारी की घटना थमने का नाम नहीं ले रही है. मुंबई के बाद इस बार सांस्कृतिक राजधानी कहे जाने वाले पुणे एक बार फिर गोलीबारी हुई है. यह घटना पुणे के औंध इलाके में हुई. पुलिस के अनुसार पुणे में वित्तीय विवाद के चलते यह गोलीबारी हुई है. गोली चलाने वाले आरोपी ने भी खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने कहा कि 52 वर्षीय एक व्यक्ति ने शनिवार शाम पुणे शहर में एक होटल के बाहर एक विवाद को लेकर एक आभूषण दुकान के मालिक पर गोली चलाई और उसे घायल कर दिया, इससे पहले कि उसने एक ऑटोरिक्शा में खुद को गोली मार ली.
दुकान मालिक गंभीर रूप से घायल हो गया और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है. आत्महत्या करने वाले कारोबारी की पहचान अनिल धमाले (उम्र 52, निवासी बालेवाड़ी) के रूप में हुई है. घायल दुकान मालिक की पहचान आकाश गजानन जाधव (उम्र 39, निवासी बानेर) के रूप में हुई है.
बता दें कि दो दिन पहले ही उद्धव ठाकरे गुट के नेता अभिषेक घोसालकर को मौरिस भाई ने गोली मार कर खुद जान दे दी थी. उसके पहले बीजेपी विधायक गणपत गायकवाड़ एकनाथ शिंदे गुट के शिवसेना के नेता महेश गायकवाड़ को दिनदहाड़े गोली मार दी थी.
पुलिस का कहना है कि अनिल धमाले काफी सालों से आकाश जाधव की जौहरी की दुकान पर काम कर रहा था. शनिवार शाम को उसने अपने मालिक को कॉफी पिलाने की बात कही और उसे पास के एक होटल में ले गया और जब होटल के पास पहुंचा था पिस्तौल से जाधव को गोली मार दी और मौके से भाग गया.
अधिकारी ने कहा, “इसके बाद अनिल धमाले ऑटोरिक्शा से औंध चौक पहुंचा और वहां उसी पिस्तौल से खुद को सिर में गोली मार ली. जाधव को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.” चतुश्रृंगी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच चल रही है.
धमाले इस दुकान को अनिल ज्वेलर्स के नाम से चला रहे थे. पिछले कुछ महीनों से उनके बीच आर्थिक विवाद चल रहा था. तीन महीने से दुकान मालिक जाधव वित्तीय कारणों से धमाले को परेशान कर रहा था. अब मेरे पास कोई विकल्प नहीं है, इसलिए मैं ये फैसला ले रहा हूं, ऐसा धमाले द्वारा लिखे गए पत्र से पता चलता है.
अभियुक्त और वादी के बीच किस लेन-देन से यह विवाद उत्पन्न हुआ? इसकी वजह अभी तक सामने नहीं आई है. इस विवाद से सराफ कारोबारी अनिल धमाले ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया? पुलिस जांच कर रही है कि आखिर विवाद क्या था.