धान खरीद केंद्रों में 26 दिसंबर तक 22897.95 मीट्रिक टन फसल की बिक्री
शिमला। प्रदेश में पहली बार लक्ष्य से अधिक धान की फसल की खरीद की गई है। प्रदेश में सरकार द्वारा किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ प्रदान करने के लिए धान की खरीद तीन अक्तूबर से 26 दिसंबर 2023 तक की गई। प्रदेश के 3746 किसानों द्वारा धान की फसल बेचने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण …
शिमला। प्रदेश में पहली बार लक्ष्य से अधिक धान की फसल की खरीद की गई है। प्रदेश में सरकार द्वारा किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ प्रदान करने के लिए धान की खरीद तीन अक्तूबर से 26 दिसंबर 2023 तक की गई। प्रदेश के 3746 किसानों द्वारा धान की फसल बेचने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करवाया गया। ऑनलाईन पंजीकरण करवाने के बाद किसानों नेधान खरीद केंद्रों में 22897.95 मिट्रिक टन धान की फसल की बिक्री की है। खाद्य आपूर्ति विभाग के निदेशक राम कुमार गौतम ने बताया कि प्रदेश में पहली बार निर्धारित लक्ष्य से अधिक धान की खरीद हुई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में धान खरीद के लिए 22 हजार मीट्रिक टन का लक्ष्य रखा था, जबकि किसानों से 22897.95 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई। उन्होंने बताया कि धान की खरीद राज्य नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा हिमाचल प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड तथा कृषि विभाग की मदद से की गई।
किसानों से 50.4 करोड़ रुपए की धान की फसल खरीदी गई है। यह खरीद दस मंडियों के माध्यम से चार जिलों में की गई है। प्रदेश में धान खरीद के लिए कांगड़ा जिला में अनाज मंडी फतेहपुर और फतेहपुर में रियाली, मीलवां इंदौरा में धान खरीद केंद्र बनाए थे। इसके अलावा सिरमौर जिला में धौलाकुंआ और पोंटा साहिब में धान खरीद केंद्र बनाए गए थे। सोलन जिला के नालागढ़ और बद्दी में धान खरीद के लिए केेंद्र बनाए गए और ऊना जिला के रामपुर, टकारला और उद्योगिक क्षेत्र टाहलीवाल में किसानों से धान खरीद के लिए केेंद्र बनाए थे। प्रदेश के किसानों से 2203 रुपए प्रति क्विंटल धान की फसल का मूल्य तय किया था। किसानों से धान की सफल खरीद पर खाद्य आपूर्ति विभाग के निदेशक ने राज्य नागरिक आपूर्ति निगम और राज्य कृषि विपणन बोर्ड तथा कृषि विभाग का धन्यवाद किया है।