भारत

रोटोमैक समूह के चेयरमैन विक्रम कोठारी का निधन

jantaserishta.com
4 Jan 2022 5:02 PM GMT
रोटोमैक समूह के चेयरमैन विक्रम कोठारी का निधन
x
पढ़े पूरी खबर

नई दिल्ली: भारत के पेन बाजार पर एकछत्र राज करने वाले रोटोमैक समूह के चेयरमैन विक्रम कोठारी का मंगलवार सुबह 72 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वह सुबह कानपुर स्थित आवास 'संतुष्टि' में बाथरूम में फिसलकर गिरे और फिर नहीं उठ सके। उनके परिवार में पत्नी साधना कोठारी, बेटा राहुल और तीन बेटियां एकता, काजल और नम्रता हैं। उनके निधन की खबर सुनते ही उद्योग जगत में शोक की लहर दौड़ गई। उनका अंतिम संस्कार बुधवार सुबह भैरोघाट पर किया जाएगा।

पेन किंग के नाम से मशहूर उद्योगपति विक्रम कोठारी चार साल से तमाम मुश्किलों का सामना कर रहे थे। उन पर 3700 करोड़ रुपए के बैंक डिफाल्ट का केस चल रहा है। इस मामले में वर्ष 2018 में सीबीआई ने उन्हें जेल भेजा था। उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था और पिछले कुछ समय से वह जमानत पर बाहर थे। उनका बेटा राहुल कोठारी इसी मामले में लखनऊ कारागर में है।
बेटे राहुल से मिलने मां साधना कोठारी सोमवार को लखनऊ गई थीं। रात हो जाने की वजह से वहीं रुक गई थीं। तिलकनगर स्थित बंगले में विक्रम कोठारी और उनके सहायक थे। उनके नजदीकी परिजनों के मुताबिक मंगलवार सुबह 11 बजे वह बाथरूम में फिसल गए। सहायक भागे लेकिन ब्रेन हेमरेज हो जाने की वजह से उनका निधन हो गया। थोड़ी देर बाद पत्नी साधना भी घर पहुंच गईं। उनके निधन से उद्योग जगत में शोक छा गया। शहर की तमाम बड़ी हस्तियों ने उनके आवास जाकर शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं। उनकी सबसे छोटी बेटी नम्रता अडानी घराने की बहू हैं। पिता की निधन की खबर के बाद परिजनों ने जेल में बंद राहुल कोठारी की जमानत के लिए अदालत में अर्जी लगाई लेकिन अदालत ने उनकी अर्जी खारिज कर दी।
लिखते-लिखते लव हो जाए.. की कहानी खत्म
विक्रम कोठारी 'रोटोमैक ग्लोबल' के सीएमडी थे जो स्टेशनरी के व्यापार की बड़ी कंपनी थी। कोठारी ने ही 1992 में रोटोमैक ब्रांड शुरू किया था, जो भारत में नामी ब्रांड बना। इसका स्लोगन 'लिखते-लिखते लव हो जाए' लोगों की जुबान पर चढ़ गया था। वर्ष 1983 में सामाजिक कार्यों में अहम योगदान के कारण कोठारी को लायन्स क्लब ने गुडविल एंबेसडर बनाया था। बाद में उन्हें लायंस क्लब का इंटरनेशनल डायरेक्टर बनाया गया। रोटोमैक ग्लोबल के सुनहरे वक्त में सलमान खान और रवीना टंडन इसके ब्रांड एंबेसडर थे। वक्त बदला और चार साल पहले विक्रम कोठारी अरबों के कर्जदार हो गए। 1992 में स्थापित कंपनी का नाम था- रोटोमैक पेन्स प्राइवेट लिमिटेड से बदलकर रोटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड किया गया। फियो द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विक्रम कोठारी को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने 'बेस्ट एक्सपोर्टर' अवार्ड से सम्मानित किया था।
Next Story