रिटायर्ड कर्मचारी निकला करोड़पति, ईडी ने 1 करोड़ 13 लाख की संपत्ति कुर्क
ईडी का आरोप - ईडी ने आरोप लगाया, ''बैंक समाधान विवरण (बीआरएस) डेटा को इलेक्ट्रॉनिक डेटा प्रोसेसिंग रिपोर्ट में उपलब्ध सिस्टम प्रोटोकॉल के माध्यम से डाउनलोड किया गया था और एक सीडी में कॉपी किया गया था और बैंकों को सौंप दिया गया था, जिसमें पेंशनभोगियों की संख्या और वितरित की जाने वाली पेंशन की राशि को दर्शाने वाली सारांश रिपोर्ट की कोई हार्ड कॉपी नहीं थी. इसकी वजह से इसमें छेड़छाड़ की गुंजाइश बनती थी.''
रिश्तेदारों के खातों में जमा किया - इसने कहा कि डेटा को बैंकर द्वारा 'बिना' किसी प्रति-सत्यापन के अपलोड किया गया था. बयान में कहा गया है, ''जांच में पाया गया कि 2011-2014 के बीच कुल 1.64 करोड़ रुपये की राशि को आरोपी और उसके करीबी रिश्तेदारों के खातों में जमा किया गया था.''ईडी ने राव और उनके परिवार के खिलाफ हैदराबाद स्थित सीबीआई भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की प्राथमिकी का अध्ययन करने के बाद धनशोधन का मामला दर्ज किया था.