बता दें कि जिन 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुआ है, उनमें से 6 सीटें विधायकों के निधन के बाद खाली हुई थीं, जबकि तेलंगाना की मुनुगोडे सीट कांग्रेस विधायक के बीजेपी में शामिल होने के बाद खाली हुई थी. इन सभी 7 सीटों में से 3 पर बीजेपी, 2 पर कांग्रेस और एक-एक सीट पर आरजेडी और उद्धव ठाकरे गुट की पार्टी का कब्जा था.
गोला गोकर्णनाथ सीट लखीमपुर खीरी जिले में है. इस सीट से मार्च में बीजेपी के विधायक अरविंद गिरी चुने गए थे. उनके निधन के बाद ये सीट खाली हो गई थी. इस सीट पर समाजवादी पार्टी और बीजेपी के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई माना जा रहा है. उपचुनाव में बीएसपी और कांग्रेस ने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं, इसलिए सीधा मुकाबला बीजेपी और समाजवादी पार्टी के ही बीच है.
गोपालगंज सीट पर बीजेपी के विधायक सुभाष सिंह की मौत के बाद उपचुनाव हुआ है. इस सीट पर लालू यादव के साले और आरजेडी के सांसद रहे साधू यादव ने अपनी पत्नी को बीएसपी के टिकट पर मैदान में उतारा है. उनका सीधा मुकाबला आरजेडी के मोहन गुप्ता से है.
बिहार की मोकामा सीट पर भी उपचुनाव हुआ है. ये सीट आरजेडी विधायक अनंत कुमार सिंह को अयोग्य ठहराए जाने के खाली हुई थी. इस सीट को बाहुबलि अनंत सिंह का इलाका माना जाता है. उपचुनाव में यह पहला मौका है जब बीजेपी ने यहां से अपना उम्मीदवार उतारा है. बीजेपी ने बाहुबली लल्लन सिंह की पत्नी को अनंत सिंह की पत्नी के खिलाफ मैदान में खड़ा किया है.
इस सीट से हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई विधायक रहे हैं, जो इसी साल अगस्त में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में चले गए. हरियाणा में सत्तारूढ़ गठबंधन बीजेपी-जेजेपी ने यहां से बिश्नोई के बेटे भाव्या को मैदान में उतारा है जबकि कांग्रेस ने जय प्रकाश को अपना उम्मीदवार बनाया है.
इस साल मई माह में ऋतुजा लटके के पति और शिवसेना विधायक रमेश लटके के निधन के कारण अंधेरी (ईस्ट) सीट खाली हुई थी. इस सीट पर बीजेपी ने आखिरी समय में एमएनएस और एनसीपी की अपील पर अपने उम्मीदवार मुरजी पटेल को मैदान से हटा लिया था. ऐसे में उद्धव गुट की तरफ से उम्मीदवार ऋतुजा की जीत निश्चित मानी जा रही है.
कांग्रेस विधायक कोमिता रेड्डी के पाला बदलने और इस्तीफा देने के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुआ. इस सीट पर 47 उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी उम्मीदवार राजगोपाल रेड्डी, टीआरएस के पूर्व विधायक कुसुकुंतला प्रभाकर रेड्डी और कांग्रेस की पी श्रवंती के बीच देखा जा रहा है.
धामनगर सीट पर बीजेपी विधायक बिश्नू सेठी की मौत के बाद उपचुनाव हुआ. यहां से बीजेपी ने सेठी के बेटे सूर्यवंशी सूरज को मैदान में उतारा है. वहीं ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक की पार्टी बीजद ने अंबति दास को टिकट दिया है.