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नई दिल्ली: प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने कहा है कि उन्हें गलत और गैरकानूनी तरीके से 28 घंटे से हिरासत में रखा गया है. उन्होंने कहा कि अभी तक उनसे किसी पुलिस या प्रशासनिक अधिकारी ने कुछ नहीं कहा है. लेकिन वो जरूरत पड़ी तो यहां छह माह भी रहने को तैयार हैं. प्रियंका ने सवाल उठाया कि किस आधार पर विपक्षी नेताओं को हिरासत में लिया गया है औऱ उन्हें लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) से जाने से रोका जा रहा है. लेकिन गाड़ी से कुचलने का आरोपी इस मामले में गिरफ्तार नहीं किया गया है.
पीएम मोदी आजादी के अमृत महोत्सव में शामिल होने लखनऊ आ रहे हैं, लेकिन आजादी किसने दी, आजादी किसानों ने दी. क्या वो लखीमपुर जाएंगे. गौरतलब है कि प्रियंका गांधी को लखीमपुर खीरी सीमा के हरगांव में हिरासत में लेने के बाद सीतापुर पुलिस लाइन लाया गया था. तब से वो वहीं हैं.
सुप्रीम कोर्ट द्वारा किसानों के विरोध प्रदर्शन के अधिकार को लेकर की गई टिप्पणी पर प्रियंका गांधी ने कहा कि वो इतना ही कहना चाहती हैं कि विरोध प्रदर्शन करना एक लोकतांत्रिक अधिकार है. हिरासत के दौरान मुश्किलों के सवाल पर मैं यहां 15-20 दिनों के लिए भी रहने को तैयार हैं. मैं 6 महीने या 6 साल भी यहां रहने को तैयार हूं. प्रियंका ने कहा कि मैं यहां किसानों से मिलने आई थीं, उनकी दुख तकलीफ में शामिल होऊं और यह उनकी जिम्मेदारी है.
प्रियंका ने कहा कि यूपी सरकार ने सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार खो दिया है. वायरल वीडियो में दिखता प्रतीत हो रहा है कि कैसे एक जीप के जरिये किसानों के पीछे से कुचल दिया गया. प्रियंका ने कहा कि पीएम मोदी आज लखनऊ आ रहे हैं, लेकिन सवाल है कि क्या वो यहां लखीमपुर खीरी जाएंगे. क्या वो उन पीड़ित किसानों के परिवारों का दुख-दर्द बांटेंगे?
प्रियंका गांधी ने अवसरवादी होने के सवाल पर कहा कि सबसे बड़ी अवसरवादी बीजेपी है. ये लोग ये साबित करना चाहते हैं कि हम हल्के हैं और राजनीति की गंभीरता को नहीं समझते हैं. लेकिन हम सामंतवादी मानसिकता के नहीं हैं. हम अमेरिका के राष्ट्रपति से हाथ मिलाने नहीं जाते हैं. पीएम मोदी विदेश दौरे पर जाते हैं.
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 5, 2021
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