साल 2018 में सीबीआई अदालत ने राजन को डे की हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा सुनाई
राजन को लगा कि डे की किताब से उसकी छवि को नुकसान पहुंच सकता है. इस मामले में मीणा ने पहले से गिरफ्तार आरोपियों के अलावा एक और आरोपी को गिरफ्तार किया. 2015 में राजन के इंडोनेशिया से भारत डीपोर्ट किये जाने के बाद उसपर मुकदमा चला. साल 2018 में सीबीआई की विशेष अदालत ने राजन को डे की हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा सुनाई.
मीणा को सीबीआई में मोबाईल फोन के सीडीआई के विश्लेषण का विशेषज्ञ माना जाता है. उनकी इस खूबी का इस्तेमाल सीबीआई ने दारा सिंह एनकाउंटर केस और भंवरी देवी ब्लात्कार और हत्या केस में भी किया गया. मीणा की ओर से जांच किये गये अपहरण और हत्या के एक मामले में पंजाब की एक अदालत ने आरोपिय़ों को फांसीं की सजा सुनाई. उस सजा को पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने बरकरार रखा. फिलहाल उनकी पोस्टिंग गांधीनगर के सीबीआई-एंटी करप्शन विंग में की गयी है.