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PM मोदी 3 अक्तूबर को अटल-टनल का करेंगे लोकार्पण, केलांग में रुकना रद्द

Kunti Dhruw
28 Sep 2020 2:26 PM GMT
PM मोदी 3 अक्तूबर को अटल-टनल का करेंगे लोकार्पण, केलांग में रुकना रद्द
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मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि अटल टनल रोहतांग का लोकार्पण करने के लिए 3 अक्तूबर

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि अटल टनल रोहतांग का लोकार्पण करने के लिए 3 अक्तूबर को आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब सुरक्षा कारणों से केलांग में रात को नहीं रुकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमा पर बने हालात के अलावा रात में किसी आपात स्थिति में बचाव कार्य में मुश्किल आने की आशंका को देखते हुए पीएमओ ने रात में रुकने का कार्यक्रम निरस्त कर दिया है। अब कार्यक्रम सुबह 9 से दोपहर 2 बजे के बीच पूरा किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने बताया कि अटल टनल रोहतांग के लोकार्पण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन अक्तूबर को सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक रुकेंगे। पीएम सुबह 9 बजे सासे हेलीपैड पर उतरेंगे। वहां से बीआरओ के गेस्ट हाउस में 10 मिनट रुकेंगे। इसके बाद अटल टनल रोहतांग के साउथ पोर्टल पर पहुंचकर सुरंग का लोकार्पण करेंगे। वह सेना व आईटीबीपी और बीआरओ के अधिकारियों के साथ चर्चा भी कर सकते हैं। इसके बाद टनल से होते हुए लाहौल में नॉर्थ पोर्टल पर पहुंचेंगे। इस दौरान वह रुककर टनल का निरीक्षण भी कर सकते हैं।

उत्तरी पोर्टल पर पहले लाहौल से मनाली की ओर जाने वाली एचआरटीसी बस को हरी झंडी दिखाएंगे। फिर प्रदेश पर्यटन विभाग के बनाए एक पर्यटन स्थल का अवलोकन करेंगे। इसके बाद सिस्सू में जनसभा करेंगे। इसके बाद वापस सोलंगनाला आएंगे। यहां पार्टी के विधायकों, सांसदों व मंत्रियों को संबोधित करेंगे। कोविड-19 के चलते केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों में 200 लोगों से ज्यादा की अनुमति नहीं है, ऐसे में सरकार निगमों-बोर्डों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और पदाधिकारियों को कार्यक्रम में जाने की इजाजत नहीं देगी। बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह प्रधानमंत्री के साथ रहेंगे। सोलंगनाला से पीएम वापस सासे आएंगे और यहां से दिल्ली रवाना होंगे।

अटल की घोषणा के भी गवाह थे मोदी

मुख्यमंत्री ने बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी के मित्र व खोलान गांव निवासी टशी दवा अकसर उन्हें लाहौल की परेशानी को बताया करते थे। सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस टनल को बनाने की 2000 में लाहौल में इसकी घोषणा की थी। इसके बाद जून 2002 में इसकी नींव रखी थी। जब वाजपेयी ने टनल की घोषणा की थी, उस समय भी वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके साथ मौजूद थे।

लाहौल की बदल जाएगी तस्वीर

सीएम ने कहा कि अटल टनल से सफर शुरू होने से लाहौल घाटी की तस्वीर बदल जाएगी। घाटी में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इस क्षेत्र के कृषि बागवानी के साथ साथ कैश क्रॉप व फूल के व्यापार को भी पंख लगेंगे। चंबा के पांगी, किलाड़ तक इस टनल का प्रभाव देखने को मिलेगा।

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