शिमला। राजधानी शिमला में संजौली बाईपास पर करीब 16 करोड़ की लागत से बनाया गया नया हेलिपोर्ट अभी फंक्शनल हुआ नहीं है और राज्य सरकार एक और हेलिपोर्ट शिमला में बनाने जा रही है। पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव देवेश कुमार ने डीसी शिमला को हेलीपोर्ट बनाने के लिए जमीन तलाश करने को कहा है। शर्त यह …
शिमला। राजधानी शिमला में संजौली बाईपास पर करीब 16 करोड़ की लागत से बनाया गया नया हेलिपोर्ट अभी फंक्शनल हुआ नहीं है और राज्य सरकार एक और हेलिपोर्ट शिमला में बनाने जा रही है। पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव देवेश कुमार ने डीसी शिमला को हेलीपोर्ट बनाने के लिए जमीन तलाश करने को कहा है। शर्त यह है कि यह जमीन लो एल्टीट्यूड यानी कम ऊंचाई पर स्थित होनी चाहिए।
जिला प्रशासन अब शिमला शहर के आसपास नई जमीन ढूंढ रहा है। हालांकि जितनी नजदीक संजौली बाईपास का नया हेलिपोर्ट था, उतनी नजदीक अब जमीन नहीं मिल पाएगी और यदि दूर ही हेलिपोर्ट बनाना है, तो फिर जुबड़हट्टी एयरपोर्ट का विकल्प पहले से मौजूद था। ऐसे में नया हेलिपोर्ट बनाने का कॉन्सेप्ट आसानी से समझ भी नहीं आ रहा। दरअसल, इसी महीने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की मंडे मीटिंग में यह मसला उठा था और वहीं से डीसी शिमला को जमीन तलाश करने के निर्देश हुए।