शिमला। प्रदेश में पेट्रोल व डीजल संकट गहरने के बाद एचआरटीसी की बस सेवा पर भी ट्रक चालकों की हड़ताल का असर दिखना शुरू हो गया है। ट्रक चालकों की हड़ताल के बाद सोमवार को कोई भी टैंकर तेल लेकर नहीं पहुंचा। एचआरटीसी प्रबंधन बसों में डीजल जरूरत के हिसाब से ही डाल रहे हैं। एचआरटीसी …
शिमला। प्रदेश में पेट्रोल व डीजल संकट गहरने के बाद एचआरटीसी की बस सेवा पर भी ट्रक चालकों की हड़ताल का असर दिखना शुरू हो गया है। ट्रक चालकों की हड़ताल के बाद सोमवार को कोई भी टैंकर तेल लेकर नहीं पहुंचा। एचआरटीसी प्रबंधन बसों में डीजल जरूरत के हिसाब से ही डाल रहे हैं। एचआरटीसी प्रबंधन का कहना है कि यदि बाहरी राज्यों से सप्लाई शुरू नहीं होती, तो मंगलवार को परेशानी बढ़ सकती है।
मंगलवार से एचआरटीसी प्रबंधन वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर कई रूटों को क्लब करके बसें चलाएगा। क्लब किए जाने वाले रूटों में जिन रूट पर दो से तीन बसें चलती हैं, वहां पर एक या दो बसें भेजी जाएंगी, ताकि यात्रियों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। सोमवार को प्रदेशभर में निजी बस सेवा के 25 प्रतिशत रूट प्रभावित हुए। वहीं, सोमवार को आधे से ज्यादा पैट्रोल पंप ड्राई हो गए।ऐसे में अब एचआरटीसी प्रबंधन ने भी बस रूटों को क्लब करने का फैसला लिया है। उधर, एचआरटीसी के एमडी रोहन चंद ठाकुर का कहना है कि डीजल की कमी के चलते एचआरटीसी बसों के रूट क्लब किए जाएंगे, ताकि यात्रियों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।