x
बड़ी खबर
पटना। बिहार आर्थोपेडिक एसोसियेशन एवं मेडिवर्सल इंस्टीट्यूट आफ आर्थोपेडिक साइंस की ओर से आज होटल मौर्या में आयोजित पेडियाट्रिक हिप कांक्लेव में पीडियाट्रिक एवं आर्थोपेडिक के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने कहा कि बच्चों की हड्डियों से जुड़ी बीमारियों को नज़र अंदाज नहीं करें, बल्कि पीडियाट्रिक आर्थोपेडिक विशेषज्ञ से समय पर संपर्क करें, ताकि जटिलता व आजीवन होनेवाली विकलांगता से बचाया जा सके। पीडियाट्रिक हिप कांक्लेव के आर्गनाइजिंग चेयरमैन एवं मेडिवर्सल के आर्थोपेडिक व ज्वाइंट रिप्लेसमेंट के डायरेक्टर डा निशिकांत, साइंटिफिक कमिटी के चेयरमैन व मेडिवर्सल के आर्थोस्कोपी व स्पोर्ट्स ईज्यूरी के हेड डा गुरुदेव कुमार, आर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी मेडिवर्सल के स्पाइन एंड पीडियाट्रिक आर्थोपेडिक के हेड डा सौरभ चौधरी, डॉ अमूल्य सिंह,मुख्य संरक्षक बिहार आर्थोपेडिक एसोसियेशन, प्रेसीडेंट डा भरत सिंह, सचिव डा महेश प्रसाद, नेशनल गेस्ट फैकल्टी गंगा हास्पिटल कोयम्बतूर के डा वेंकटदास कृष्णमूर्ति, फोर्टिस गुरुग्राम के डा मनोज पद्मन,मुंबई से डा मंदर अगाशे,मेडिका कोलकाता से डा अनिर्बान चटर्जी, वाडिया हास्पिटल मुंबई के डा संदीप वैद्य इस मौके पर उपस्थित थे। उद्घाटनकर्ता उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने वीडियो संदेश भेजकर बिहार आये विशेषज्ञ चिकित्सकों के प्रति आभार जताते हुए कहा कि नवीनतम तकनीक व बच्चों की हड्डियों से जुड़ी बिमारियों का ईलाज का लाभ बिहार के मरीजों को भी यहीं मिलेगा। इसके पहले सोनू सूद ने भी वीडियो संदेश भेजकर ऐसे कांक्लेव के आयोजन के लिए मेडिवर्सल प्रबंधन, डा निशिकांत, डा सौरभ चौधरी व डा गुरुदेव की प्रशंसा की।
Next Story