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उत्तराखंड। उत्तराखंड के पटवारी भर्ती परीक्षा प्रश्न पत्र लीक कांड में सोमवार को एक और गिरफ्तारी कर ली गई. यह गिरफ्तारी हरिद्वार पुलिस ने की. गिरफ्तार आरोपी का नाम सोनू कुमार उर्फ खडकू है. आरोपी मूल रूप से सहारनपुर का ही रहने वाला है. इसकी तलाश में उत्तराखंड पुलिस की कई टीमे खाक छान रही थी. इन तमाम तथ्यों की पुष्टि हरिद्वार जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने सोमवार रात टीवी9 भारतवर्ष से बातचीत में की. एसएसपी हरिद्वार ने आगे कहा कि खडकू को सहारनपुर स्थित छुटमलपुर बस अड्डे से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी मूल रूप से पाडली खुशालपुर थाना जनकपुरी जिला सहारनपुर का रहने वाला है. यहां बताना जरूरी है कि उत्तराखंड राज्य में पटवारी भर्ती परीक्षा प्रश्न पत्र लीक कांड की जांच एसआईटी कर रही है. अब तक एसटीएफ इस मामले में 7 मुलजिमों को गिरफ्तार कर चुकी है. एसआईटी द्वारा यह पहली गिरफ्तारी सहारनपुर से की गई है. पूछताछ में आरोपी ने कबूला है कि, वह बिहारीगढ़ स्थित रिजार्ट में परीक्षार्थियों की निगरानी का काम करता था. जिसके बदले उसे 10 हजार रुपए मिला करते थे. इसकी गिरफ्तारी से पहले रिजॉर्ट से महत्वपूर्ण सबूत पुलिस टीमों ने जुटाए थे. जिसमें सीसीटीवी कैमरों में मौजूद फुटेज भी शामिल थी.
आरोपी ने बताया है कि वह, संजीव दुबे का मौसेरा भाई है. संजीव दुबे के कहने पर ही आरोपी ने, रिजॉर्ट में ठहरे अभ्यर्थियों की 10 हजार रुपए लेकर, निगरानी करने का जिम्मा ले लिया था. यहां बताना जरूरी है कि गुरुवार को भी इस कांड में एक साथ 5 लोगों की गिरफ्तारियां हुई थीं. उस दिन गिरफ्तार पांच मुलजिमों में संजीव चतुर्वेदी, अनुभाग अधिकारी, अति गोपन अनुभाग-3, राज्य लोक सेवा आयोग, उत्तराखंड, जनपद हरिद्वार, राजपाल नि ग्राम कुलचन्दपुर उर्फ नथौडी थाना गागलहेड़ी, जनपद सहारनपुर, हाल निवासी ग्राम सुकरासा अम्बूवाला थाना पथरी जनपद हरिद्वार, संजीव कुमार निवासी ग्राम कुलचन्दपुर उर्फ नथौडी थाना गागलहेड़ी सहारनपुर उ0प्र0 हाल निवासी फ्लैट नं0 जी-407 जर्स कंट्री ज्वालापुर थाना ज्वालापुर जनपद हरिद्वार, राम कुमार निवासी ग्राम सेठपुर, लक्सर, जनपद हरिद्वार और संजीव चतुर्वेदी की पत्नी रितु शामिल है. अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने अपने कार्यालय से स्वयं की अभिरक्षा से प्रश्न पत्र लीक किया था. वहीं, उसकी पत्नी रितु ने लीक प्रश्न पत्र राजपाल व संजीव को उपलब्ध कराया. इसकी एवज में संजीव चतुर्वेदी व रितु को नगद धनराशि देकर, उक्त प्रश्न पत्र संजीव तथा राज्यपाल ने रामकुमार व अन्य के माध्यम से, जरूरतमंद अभ्यर्थियों में बांट-बेच दिया. यह लीक प्रश्न-पत्र उप्र बिहारीगढ के पास स्थित माया अरुण रिजार्ट एंव ग्राम सेठपुर लक्सर हरिद्वार व अन्य स्थानों में पढ़ाया गया था. जांच के दौरान गुरुवार तक 35 अभ्यर्थियों द्वारा परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र प्राप्त होने की पुष्टि हो चुकी थी. उन गिरफ्तार पांचों आरोपियों के कब्जे से तब तक जब्त 41 लाख 50 हजार में से, 22 लाख 50 हजार की नकदी अकेले संजीव चतुर्वेदी के ही कब्जे से जब्त किए गए हैं.
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